नई दिल्ली: सैटेलाइट नेटवर्क की बीते दिनों बहुत ज्यादा चर्चा हो रही है। एलन मस्क की स्टारलिंक जहां एक तरफ सैटेलाइट सर्विस रोलआउट कर चुकी है। वहीं, जियो और एयरटेल भी इधर तैयार बैठे हैं। एयरटेल ने साफ कर दिया है कि वह सैटेलाइट नेटवर्क रोलआउट करने के लिए पूरी तरह तैयार है। कंपनी के वाइस चेयरमैन राजन भारती मित्तल ने ET से बात करते हुए कहा कि वह सरकार की हरी झंडी का इंतजार कर रहे हैं। वह भारत में सैटेलाइट टेलीकॉम सर्विस रोलआउट करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
एयरटेल दुनिया के कई हिस्सों में पहले से दे रही सर्विस
राजन आगे कहते हैं, ‘भारत में, हम स्पेक्ट्रम आवंटन का इंतजार कर रहे हैं। एक बार ऐसा होने के बाद हमारे लिए चीजें आसान हो जाएंगी। हमारे 2 स्टेशन पूरी तरह तैयार हैं। एक स्टेशन गुजरात में जबकि दूसरा स्टेशन तमिलनाडु में तैयार है। बेस स्टेशन तैयार हो चुके हैं। जैसे ही हमें इजाजत मिलेगी, हम तुरंत अपना सैटेलाइट नेटवर्क भारत में लॉन्च कर देंगे।’ वह बताते हैं, भारत एंटरप्राइज ने पहले ही 635 सैटेलाइट लॉन्च कर दी है और दुनिया के अन्य हिस्सों में अपनी सर्विस प्रोवाइड भी करवा रही हैं।
कैसे होना चाहिए स्पेक्ट्रम का आवंटन ?
स्पेक्ट्रम आवंटन पर एक डिबेट भी चल रही है। दरअसल कुछ कंपनियां चाहती हैं कि आवंटन प्रशासनिक प्रोसेस से होना चाहिए जबकि कुछ चाहती हैं कि इसकी नीलामी होनी चाहिए। इस सवाल पर राजन कहते हैं कि कंपनियों को लाइसेंस फीस जरूर देनी चाहिए और उन्हें नीलामी के माध्यम से ही स्पेक्ट्रम मिलना चाहिए। क्योंकि इसी प्रोसेस को ट्रेडिशनल टेलीकॉम ऑपरेटर्स फॉलो करते आ रहे हैं। सैटेलाइट नेटवर्क का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि ये कई मामलों में अच्छा साबित होता है। ऐसे इलाकों में इसकी पहुंच बहुत अच्छी होने वाली है जहां पर नेटवर्क लाइन नहीं पहुंच पाती है।