नई दिल्ली: बिहार में बीते साल के मुकाबले इस साल अपराध में कमी आई है। डकैती में 15.36%, चोरी में 5.93% और दंगा में 15.82 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। इस वर्ष नवंबर तक 3 लाख 526 अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी गृह विभाग के प्रधान सचिव अरविंद चौधरी ने दी है। सूचना भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि जमीन विवाद में हत्या के मामले 60 फीसदी से घटकर 46.69 फीसदी हो गए हैं। नक्सल गतिविधियों में भी भारी कमी आई है।
डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि सभी जिलों में स्पीडी ट्रायल की गति बढ़ाई जाएगी। हर जिले से 10–12 मामलों का चयन कर इनकी अलग से जांच कराई जाएगी। सभी जिलों में वाहन चोरी सेल का गठन किया जाएगा। उन्होंने बेसरा के लंबित मामलों पर कहा कि इसकी रिपोर्ट तैयार कर जल्द निष्पादन कराया जाएगा। वहीं गृह सचिव ने बताया कि शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक कांड में 285 अभियुक्तों की गिरफ्तार किए गए हैं।
नीट-2024 में 15, सिपाही भर्ती परीक्षा जो केंद्रीय चयन पर्षद द्वारा ली गई थी, इस परीक्षा के पेपर लीक कांड में 14 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए हैं। 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक में 18 और सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी परीक्षा पेपर लीक मामले में 36 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। वहीं लंबित वारंटों की संख्या के सवाल पर अरविंद चौधरी ने बताया कि किसी भी जिले में एक महीने से पुराना वारंट नहीं के बराबर है। जो ही मामले हैं, जहां लोग भागे हुए हैं, और नहीं मिल रहे हैं। बाकी किसी जिले वैसे वारंट नहीं है।
डीजीपी का आदेश है कि किसी भी जिले में वारंट,समन, इश्तेहार जारी होता है, तो उसका 20 दिनों के अंदर तामीला करना है। लगभग जिले अब इस मापदंड के करीब आ गए हैं। प्रेस कांफ्रेंस में गृह विभाग के प्रधान सचिव अरविंद चौधरी,सूबे के नवनियुक्त डीजीपी विनय कुमार,एडीजी कुंदन कृष्णन समेत गृह और पुलिस के कई बड़े अधिकारी मौजूद थे