ऋषिकेश l भारतीय गौ क्रांति मंच के संस्थापक और प्रख्यात गौ कथा वाचक हिमालय पीठ गोपाल मणि महाराज ने केंद्र सरकार से गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग की है। इसके लिए समर्थन जुटाने के लिए मंच ने हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। अभियान पूरा होने के बाद हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन प्रधानमंत्री को भेजेंगे।
सोमवार को त्रिवेणीघाट पर आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान गौ-कथा वाचक गोपाल मणि महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति की मूल आधार गौ और गंगा है। समस्त वेद, पुराण, उपनिषदों में गाय विश्व की माता है की महिमा उल्लेखित है। भारतीय गौ क्रांति मंच सनातन धर्म की मूल आधार गौ को राष्ट्रमाता का संवैधानिक सम्मान दिलाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। सरकार को जगाने के लिए दिल्ली और अन्य जनपदों में गौ के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए जन जागरण, रैलियां कर चुके हैं, लेकिन उनकी मांग पर गौर नहीं किया गया।
मंच की पहल पर उत्तराखंड विधानसभा ने 19 सितंबर 2018 और 13 दिसंबर 2018 को हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने गौ को राष्ट्रमाता घोषित करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया और आवश्यक कार्रवाई के लिए केंद्र सरकार को प्रेषित किया था। दुर्भाग्य की बात यह कि उक्त प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया। मंच ने फिर से गौ को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए अभियान शुरू किया है। 7 नवंबर से समर्थन जुटाने के लिए राज्य और देश भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रेषित किया जाएगा।
खबर इनपुट एजेंसी से