• कारपोरेट सोसियल रिस्पोंसिबिल्टि के तहत इंडोरामा चैरिटेबल ट्रस्ट के सहयोग से हो रहा कार्य।
• देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह ने गांधी घाट बदरीनाथ में स्नान घाट निर्माण की विधिवत शुरूआत की
• नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनैजर इंजीनियर अंकुर सिंह चौधरी, बालाजी इंफ्रोटेक के एमडी संजय चौहान, बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल आदि मौजूद रहे।
मनोज रौतेला की रिपोर्ट :
श्री बदरीनाथ धाम: 18 मई। बदरीनाथ मास्टर प्लान के अंतर्गत नमामि गंगे द्वारा कारपोरेट सोशियल रिस्पांसबिल्टी के तहत श्री बदरीनाथ धाम में स्नान घाटों के संरक्षण हेतु कार्य शुरू कर दिया है। आज बदरीनाथ में उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह ने औपचारिक रूप पूजा- अर्चना नारियल एवं प्रसाद मां अलकनंदा ( गंगा) को भेंट कर स्नान घाटों के विकास एवं संरक्षण कार्य की विधिवत शुरूआत की। श्री बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल एवं पंडित सुधाकर उनियाल ने स़क्षिप्त पूजा संपंन्न करवायी। धर्माधिकारी ने बताया कि धार्मिक प्रमाण के आधार पर गांधी घाट का असली नाम श्री उद्धव घाट है सुझाव दिया कि श्री उद्धव घाट के नाम से संबोधित किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर नमामि गंगे ( वेबकास) के प्रोजेक्ट मैनेजर अंकुर सिंह चौधरी ने देवस्थानम बोर्ड का आभार जताया कहा कि नमामि गंगे द्वारा तीर्थ क्षेत्र में स्नान घाटों का सौंदर्यीकरण, संरक्षण,विकास हो सकेगा। बताया कि नमामि गंगे ने श्री बदरीनाथ धाम में अपना कार्यालय भी शुरू किया है। बताया कि सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए इंडोरामा ट्रस्ट द्वारा वित्तीय सहयोग किया जा रहा है। इस अवसर पर नमामि गंगे के अवर अभियंता अखिलेश कुमार एवं राहुल वेद, बाला जी इंफ्राटेक के एमडी संजय चौहान,नगर पंचायत बदरीनाथ के ईओ सुनील पुरोहित, देवस्थानम बोर्ड के कमेटी सहायक संजय भट्ट आदि उपस्थिति रहे। कार्यक्रम अति स़क्षिप्त रहा तथा कोरोना बचाव मानको का पालन किया गया।