नई दिल्ली। Android के करोड़ों यूजर्स पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। भारत सरकार की साइबर सिक्योरिटी संस्था, इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने एंड्रॉयड यूजर्स के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उनके डिवाइस में मौजूद सुरक्षा कमजोरियों के बारे में चेतावनी दी गई है। यह एडवाइजरी एंड्रॉयड वर्जन 12 और उससे ऊपर के वर्जन पर चलने वाले सभी डिवाइस पर लागू होती है, चाहे कंपनी कोई भी हो। CERT-In ने इन कमजोरियों को “हाई रिस्क” के रूप में वर्गीकृत किया है, और चेतावनी दी है कि ये कमजोरियों दूर बैठे हमलावरों को भी यूजर्स के संवेदनशील डेटा का एक्सेस करने, सर्विसेस को बाधित करने और बहुत कुछ करने की अनुमति दे सकती हैं।
चोरी हो सकता है यूजर्स का संवेदनशील डेटा
CERT-In ने कहा कि प्लेटफॉर्म, फ्रेमवर्क, सिस्टम और डिवाइस कंपोनेंट्स में खामियों के कारण एंड्रॉयड में कई कमजोरियां मौजूद हैं, जिनमें आर्म कंपोनेंट्स, मीडियाटेक कंपोनेंट्स, यूनिसोक कंपोनेंट्स और क्वालकॉम कंपोनेंट्स शामिल हैं। एडवाइजरी में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया कि इन कमजोरियों का फायदा उठाकर हमलावर संवेदनशील यूजर डेटा प्राप्त करने, मनमाना कोड एग्जीक्यूट करने और टारगेट सिस्टम पर सर्विस ऑफ डिनायल (DoS) जैसे काम कर सकता है। केवल स्मार्टफोन ही नहीं, बल्कि एंड्रॉयड पर चलने वाले टैबलेट, स्मार्टवॉच और अन्य सिस्टम भी खतरे में हैं।
सेफ रहने के लिए तुरंत करें ये काम
गूगल ने एंड्रॉयड ओपन सोर्स प्रोजेक्ट (AOSP) रिपॉजिटरी में जारी किए गए लेटेस्ट सोर्स कोड पैच में इन मुद्दों को पहले ही संबोधित कर दिया है। CERT-In यूजर्स को एडवाइजरी देता है कि वे जल्द अपने डिवाइस को लेटेस्ट सॉफ्टवेयर वर्जन में अपडेट करें, जब कंपनी द्वारा अपडेट प्रदान किया जाता है, ताकि जोखिमों को कम किया जा सके और संभावित खतरों से बचा जा सके।
खतरे में इन सॉफ्टवेयर वर्जन पर चलने वाले डिवाइस:
– Android 12
– Android 12L
– Android 13
– Android 14
– Android 15
आईफोन में मिली थी ऐसी खामियां
इस हफ्ते की शुरुआत में पुराने सॉफ्टवेयर वर्जन पर चलने वाले ऐप्पल डिवाइस के लिए भी इसी तरह की एडवाइजरी जारी की गई थी। इसमें iOS 18.3 से पहले के iOS वर्जन पर चलने वाले आईफोन्स, साथ ही पुराने iPads, Apple Watches, Macs और Apple के Safari वेब ब्राउजर के वर्जन में कमजोरियों को उजागर किया गया था।