दिल्ली : फ्लाइट में दिनेश प्रताप सिंह और प्रियंका गाँधी भिड़े, फेसबुक पर सांझा किया प्रकरण दिनेश प्रताप सिंह ने, प्रियंका बोली इतनी जल्दी सीट नहीं ले पाओगे
दिल्ली :प्रियंका गाँधी उत्तर प्रदेश के लिए फ्लाइट से आ रही थीं, उसी दौरान उसी फ्लाइट में दिनेश प्रताप सिंह भी थे, फिर कुर्सी के लिए दोनों दिनेश प्रताप सिंह और प्रियंका गाँधी भीड़ गए. दिनेश प्रताप सिंह भी रायबरेली के कद्द्वार नेता मायने जाते हैं. वहीँ, दिनेश प्रताप सिंह ने फेसबुक पर सांझा किया प्रकरण. प्रियंका बोली इतनी जल्दी सीट नहीं ले पाओगे दिनेश प्रताप बोले आपकी सीट खतरे में तो है ही यही क्या कम है. दिनेश प्रताप सिंह पहले कांग्रेस में थे सोनिया गाँधी को चुनौती दी थी लेकिन हार गए थे.वहीँ अब भाजपा में हैं दिनेश प्रताप सिंह…क्या है मामला पढ़िए..
दिनेश प्रताप सिंह फेसबुक पर साझा किया प्रकरण- “आज दिल्ली के टर्मिनल दो से लखनऊ की यात्रा इंडिगो की जहाज़ से करने की लिए Exit Row (निकास पंक्ति )की 19 c सीट पर बैठा था किंतु बग़ल की बीच वाली 19 b सीट पर एक बुजुर्ग जिसने अपने पेट पर बेल्ट बांध रखी थी जिससे महसूस हो रहा था कि वह ज़्यादा बीमार है बैठा था थोड़ी देर में ऐसा लगा कि बोर्डिंग कम्प्लीट हो गई अब कोई यात्री नही आएगा किंतु उसी पंक्ति की 19 D E F तीनो सीटें ख़ाली थी मैंने बीमार बुजुर्ग को राहत देने के उद्देश्य से 19 D पर बैठ गया और फ़ोन पर आए अपने जन्म दिन की शुभ कामनाओं वाले संदेश पढ़ने लगा थोड़ी देर में सीट के पास प्रियंका बाड्रा जी आकर खड़ी हो गई और बोली ये सीट मेरी है मैंने उनकी ओर देखा तो प्रणाम किया और बग़ल की अपनी सीट पर जाने लगा इतने में प्रियंका जी ने बड़े ग़ुस्से में मेरे अभिवादन का बिना जवाब दिए कहा आप इतनी जल्दी हमारी सीट नही ले पाओगे मैंने जवाब दिया आपकी सीट ख़तरे में तो है यही क्या कम है और अपनी सीट पर बैठ गया इतने में एक जहाज़ की परिचारिक़ा आइ और हमारे बग़ल में बैठे बुजुर्ग को सहारा देकर आगे की ख़ाली row में बैठा दिया इससे मुझे लगा कि मैंने कोई गलती नही की थी। मैं तो एक सामान्य किसान का बेटा हूँ भारतीय जनता पार्टी का छोटा सा सिपाही हूँ जबकि प्रियंका गांधी देश के सबसे बड़े और सबसे अमीर घराने की सदस्य और एक राष्ट्रीय पार्टी की सर्वे सर्वा है जिनका आचरण इतना गंदा होगा मुझे यक़ीन नही होता,रास्ते भर सोचता रहा कि भारतीय संस्कारो से विहीन व्यक्ति बिना पूछ वाले पशु के समान क्या ऐसे ही होते है।
प्रियंका जी रायबरेली की आराध्य जनता ने तो दिनेश प्रताप सिंह की मेहनत आचरण से खुश होकर आपकी सीट छीन ली थी किंतु सोनिया जी को रायबरेली की सीट कैसे मिली है यह आपके परिवार के कलेजे में छुपा है जिसे मैं खूब जानता हूँ आपकी मदद करने वाले हमारी पार्टी के वो नेता अब इस दुनिया में नही है जिनकी चौखट पर गांधी परिवार रायबरेली की सीट बचाने की भीख माँगने गया था और उन्होंने आपकी मदद की थी अब हमारी पार्टी में आपकी मदद करने वाले नही है। मुझे आँखे दिखाकर रायबरेली से सांसद अब नही हो पाओगी और न ही दिनेश सिंह अब आप से डरने वाला है। आज हमारे जन्म दिन पर जहाँ लाखों लोगों की दुवाए मिली वही आपका मेरे जन्म दिन पर दिया गया तोहफ़ा हमेशा याद रहेगा। जय श्री राम”