ऋषिकेश : उत्तराखण्ड कांग्रेस के तीन दिवसीय मंथन शिविर पर कटाक्ष करते हुए ऋषिकेश भाजपा मंडल अध्यक्ष दिनेश सती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के मंथन से जो जो रत्न निकल कर आया है वो एक हारे हुए सेनापति से अधिक और कुछ भी नहीं हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा जिन की विफलता पर प्रदेश की जनता ने दो विधानसभाओं से हराकर अपनी मुहर लगाई थी और उनके नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी 11 सीटों पर सिमट गई थी, उनके मुंह से भाजपा सरकार की विफलताओं की चर्चा अच्छी नहीं लगती. अगर वह पहाड़ के सच्चे हितैषी होते तो उन्हें देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय मोदी जी का आभार प्रकट करना चाहिए था. आज उत्तराखंड के अंदर ऋषिकेश से कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का कार्य हो या उत्तराखंड के चारों धामों के लिए ऑल वेदर रोड का निर्माण हो चाहे भगवान केदारनाथ के मंदिर का पुनर्निर्माण का कार्य ऐसे अनेकों कार्य बड़े बड़े प्रोजेक्ट उत्तराखंड के अंदर केंद्र सरकार के द्वारा किए जा रहे हैं. उत्तराखंड के अंदर अनेकों ऐसे पुलों का निर्माण पूर्ण हो चुका है जो वर्षों से लंबित पड़े थे. चाहे डोबरा चांठी का पुल हो या ऋषिकेश में जानकीपुल हो.
कांग्रेस के नेताओं को अपने मंथन शिविर के माध्यम से आभार प्रकट करना चाहिए था, प्रदेश सरकार का एवं मोदी जी का जिन्होंने हमारे प्रदेश में आयुष्मान कार्ड के तहत 5 लाख तक इलाज का खर्चा सरकार वहन करेगी। क्या इसमें सरकार का धन्यवाद नहीं बनता ? इसलिए मैं कहना चाहता हूं, इस मंथन से कछ भी कांग्रेस पार्टी के हित में होने वाला नहीं है क्योंकि जिस पार्टी के नेता ने मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए यह गुहार लगाई हो मेरी सरकार बचा दो जितना मर्जी कमा लेना मैं आंखें बंद कर दूंगा. लेकिन वह भूल गए कि उनकी आंखें तो बंद है उन्हें आज भी विकास दिखाई नहीं दे रहा. लेकिन प्रदेश और देश की जनता की आंखें खुली है जनता सब जानती है. कौन इस प्रदेश का सच्चा हितैषी है और कौन लोग इस प्रदेश को लूट कर बर्बाद करना चाहते हैं. इसलिए यह कितना भी मंथन करें उसमें ना जनता का हित होगा और ना ही कांग्रेस पार्टी का. 2022 में फिर से जनता का पूरा आशीर्वाद भारतीय जनता पार्टी को मिलेगा और भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। आपको बता दें कांग्रेस का तीन दिवशीय 3 दिवसीय मंथन शिविर का आज समापन हो गया है. ऋषिकेश में देहरादून रोड स्थित एक निजी होटल में यह शिविर चल रहा था पिछले तीन दिन से.