इंदौर। भाजपा ने मध्य प्रदेश में मतदाताओं से नोटा विकल्प का इस्तेमाल करने की अपील करने पर कांग्रेस पर निशाना साधा है। पार्टी ने कहा कि यह लोकतंत्र पर हमला है। भाजपा के एक पार्षद ने एक ऑटोरिक्शा पर चिपका हुआ इस अपील से जुड़ा पोस्टर फाड़कर अपना विरोध जताया। भाजपा पार्षद संध्या यादव ने चुनाव आयोग से इस मामले की शिकायत करते हुए मामला दर्ज करने का अनुरोध किया है। वहीं, मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा ने कहा कि लोगों को ईवीएम पर नोटा बटन दबाने के लिए उकसाना लोकतंत्र में अपराध है।
बता दें कि विपक्षी कांग्रेस को तब झटका लगा जब इंदौर से लोकसभा चुनाव के उसके उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 29 अप्रैल को अपना नामांकन वापस ले लिया था। बाद में बाम भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद कांग्रेस ने लोगों से 13 मई को इंदौर में मतदान के दौरान भाजपा को सबक सिखाने के लिए नोटा का बटन दबाने की अपील कर रही है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें संध्या यादव ‘लोकतंत्र बचाओ समिति’ नामक संगठन का पोस्टर हटा रही हैं, जिसमें लोगों से नोटा का समर्थन करने की अपील की गई है। साथ ही कह रही हैं कि वह ऐसा करना जारी रखेंगी। भाजपा पार्षद ने पीटीआई को बताया कि उन्होंने अपना एक कर्तव्यनिष्ठ नागरिक होने का कर्तव्य पूरा किया और एक ऑटोरिक्शा से नोटा को बढ़ावा देने वाले पोस्टर को हटा दिया। उन्होंने कहा कि मतदान के इस विकल्प को बढ़ावा देना लोकतंत्र के हित में नहीं है।
वहीं, प्रदेश कांग्रेस महासचिव राकेश सिंह यादव ने दावा किया कि नाराज मतदाता नोटा अभियान चला रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि संध्या यादव ने ऑटोरिक्शा चालक को धमकी दी और जबरन पोस्टर हटा दिया। उन्होंने दावा किया कि उनके साथ गुंडे भी थे। कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने घटना का एक वीडियो जमा करके चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज कराई है।
दूसरी ओर मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शर्मा ने दावा किया कि नोटा विकल्प को प्रोत्साहित करना लोकतंत्र पर हमला है। शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र में लोगों को नोटा का बटन दबाने के लिए उकसाना अपराध है। कांग्रेस नेतृत्व लोकतंत्र को कमजोर करना चाहता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पर कटाक्ष करते हुए शर्मा ने कहा कि आपका उम्मीदवार अंतिम समय में स्वेच्छा से नामांकन वापस लेता है। जनता मूर्ख नहीं है।