उत्तरकाशी l उत्तरकाशी में बीएसएनएल (भारत संचार निगम लिमिटेड) की सेवाओं से स्थानीय जनता इतनी परेशान हो चुकी है। कि लोगों ने अपने नंबर प्राइवेट कंपनियों के सिम में पोर्ट करना पड़ा। सीमांत जनपद उत्तरकाशी में पर्वतीय क्षेत्र में रहने वाली जनता BSNL की संचार सेवाओ को भूल चुकी है। वही प्राइवेट संचार सेवाओ के लिए स्थानीय जनता को BSNL की सुस्त सेवाओ के चलते मजबूरन नंबर लेना पड़ा।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित भी इस समस्या से अछूते नहीं रहे। आपदा के दिन से पहले ही BSNL अपनी सेवा जनपद मुख्यालय में नही दे रहा था। उत्तरकाशी के जिला अधिकारी का सार्वजनिक नंबर भी इसी संचार सेवा का है। किन्तु जनपद में बीते रविवार को दर्जनों स्थान पर भारी बारिश के चलते आपदाए आई। किन्तु मयूर दीक्षित का नंबर पूर्ण रूप से ठप पड़ा हुआ था। जिसके चलते इस अधिकारी को हाईकमान से भी किरकिरी खानी पड़ी। यदि पूर्व में जिलाधिकारी इस विभाग को समय रहते दुरुस्त करते तो आज उत्तरकाशी में प्राइवेट कंपनी के ग्राहकों में अधिक इजाफा नही होता। प्राइवेट ग्राहकों की संख्या में एक और कंज्यूमर का इजाफा हो गया जो खुद उत्तरकाशी के जिलाधिकारी है। वही मयूर ने अब जनता को उत्तरकाशी के जिलाधिकारी का एक अन्य नंबर मुहैया करवाया है। जिससे देखा जा सकता है, कि जिले के जिला अधिकारी भी इस विभाग को दक्ष करने में असफल रहे।
BSNL के द्वारा ऑनलाइन पैमेंट्स हो या ऑनलाइन क्लास, उत्तरकाशी में बीएसएनएल सभी चीजों पर पानी फेरने का काम ज़ोरो-शोरों से कर रहा है।