हिन्दू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक शारदीय नवरात्र 26 सितंबर से शुरू होने वाला है। इस दौरान जगह-जगह पंडालों में देवी दूर्गा की प्रतिमा की स्थापना की जाती है। 9 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में कई सारे लोग मां दूर्गा को प्रसन्न करने के लिए उपवास भी रखते हैं। हालांकि उपवास का तरीका सबका अलग-अलग हो सकता है लेकिन आम दिनों की तरह इस 9 दिन लोग भोजन का सेवन करते हैं।
यदि आप भी इस बार मां दूर्गा को प्रसन्न करने के लिए 9 दिन का व्रत रखने का सोच रहें हैं, तो पहले से ही इसके लिए अपने शरीर को तैयार कर लीजिए। अक्सर होता है कि उपवास का नाम सुनते ही भूख लग जाती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि अचानक से किसी भी बदलाव को एक्सेप्ट करने से पहले हमारा दिमाग उसे रिजेक्ट करने की कोशिश करता है, यह दिमाग का नेचुरल प्रोसेस है। ऐसे में जरूरी है आप उपवास करने से पहले इसके लिए अपने दिमाग को इस समय के लिए तैयार कर लें।
क्लीवलेंड क्लिनिक के अनुसार, उपवास करने के कई तरीके हैं। कभी-कभी, उपवास का अर्थ है कुछ प्रकार के भोजन जैसे कार्बोहाइड्रेट या वसा से परहेज होता है। या सिर्फ कुल कैलोरी कम करना होता है। वहीं, कुछ लोग एक दिन या उससे अधिक समय तक बिना कुछ खाएं या दिन में एक बार खाएं ही रहते हैं। यदि आप एक ऐसे उपवास की योजना बना रहे हैं जिसमें आप बिल्कुल भी नहीं खाते हैं, तो आपके स्वास्थ्य और ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने के लिए इन टिप्स को जरूर फॉलो करें।
उपवास के कुछ दिनों पहले से खाना कम करें
एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि उपवास से पहले कई दिनों या हफ्ते पहले से धीरे-धीरे खाने-पीने की चीजों में कटौती करें। नहीं तो अचानक से उपवास शुरू करना आपके शरीर के लिए एक झटके के समान हो सकता है। भोजन में कटौती करने के लिए भोजन के बीच के नाश्ते के साथ एक दिन में तीन पूर्ण भोजन न करें और फिर अचानक एक दिन खाना बंद कर दें।
चीनी का सेवन न करें
अपने चीनी का सेवन कम रखें। उपवास से पहले कुकीज़ और मीठी चाय पर लोड करना एक अच्छा विचार नहीं है। आप पूर्ण और संतुष्ट महसूस कर सकते हैं, लेकिन जब आपका ब्लड शुगर एक या दो घंटे बाद कम हो जाता है, तो आप अत्यधिक भूखे और कमजोर हो सकते हैं। लंबे समय के लिए पर्याप्त ऊर्जा बनाए रखने के लिए, जटिल कार्बोहाइड्रेट (जैसे पास्ता, चावल और आलू) और प्रोटीन का सेवन करें।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
कुछ धार्मिक उपवासों में पानी सहित सभी खाद्य और पेय पदार्थों के सेवन की मनाही रहती है। यदि, आपके उपवास के दिशा-निर्देश पानी पीने की अनुमति देते हैं, तो हाइड्रेटेड रहने से आपको निर्जलीकरण से बचने, ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने और सिरदर्द, ऐंठन और चिड़चिड़ापन जैसे दुष्प्रभावों को कम करने में मदद मिलेगी। ऐसे में उपवास से पहले और दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
हल्के व्यायाम करें
एक्सपर्ट कहते हैं कि जब आप खा या पी नहीं रहे हों तो भारी या थकाने वाले व्यायाम करना आपके शरीर पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में जब तक आप पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व न लें रहें हो तब तक हल्के व्यायाम करना अच्छा विचार हो सकता है।
उपवास से पहले अपने डॉक्टर लें परामर्श
यदि आप किसी क्रॉनिक बिमारी से ग्रसित हैं, तो उपवास करने से पहले, अपने डॉक्टर से बात करें। और अपनी दवाओं के खुराक के बारे में सुनिश्चित हों। क्योंकि उपवास के दौरान दवाओं को एकदम से बंद कर देना आपके लिए मुसिबत खड़ी कर सकती है।
उपवास करने के फायदे
चाहे आप किसी भी कारण से उपवास करत रहें हों, यह आपके सेहत को बढ़ाने का ही काम करता है। इसमें कोलेस्ट्रॉल में सुधार, ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने और ऊर्जा को संतुलित करने के संभावित लाभ शामिल हैं। हालांकि ज्यादा कठिन और कई दिनों तक उपवास करना आपके लिए खतरनाक भी हो सकाता है।