ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कई बार पितृ दोष के कारण भी जातक का जीवन परेशानियों से घिरा रहता है और उसे समस्या का समाधान निकालने में कठिनाई महसूस होती है। पितृ दोष के दुष्प्रभाव से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे खराब होने लगती है और धन हानि के योग बनने लगते हैं। यही नहीं लाख कोशिशों के बावजूद भी जातक को उसकी मेहनत का फल नहीं मिल पाता है। ऐसी स्थिति में पितृ दोष से छुटकारा पाने और पितरों को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा समय पितृ पक्ष माना गया है। धार्मिक मान्यता है कि पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान के कार्यों से पितर प्रसन्न होते हैं और परिजनों पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं। चलिए जानते हैं कि पितृ पक्ष के दौरान किन उपायों से जीवन के सभी कष्टों से निजात पाने में मदद मिल सकती है?
पितरों का जल अर्पित करें: पितर पक्ष के दौरान एक लोटे में पानी भरकर उसमें काला तिल और जौ मिलाएं। अब दक्षिण दिशा में मुख करके पितरों का स्मरण करते हुए उन्हें जल अर्पित करें। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से घर के पितर प्रसन्न होते हैं और सुख-शांति का आशीर्वाद देते हैं।
ब्राह्मणों को भोजन कराएं: अगर अभी तक आप पितरों का तर्पण और श्राद्ध कर्म नहीं कर पाए हैं, तो सर्व पितृ अमावस्या के दिन ब्राह्मणों को भोजन कराएं और उन्हें श्रद्धानुसार दान-दक्षिणा दें।
पशु-पक्षियों को भोजन दें: पितृ पक्ष के दौरान पशु-पक्षियों की सेवा करें और किसी भी तरह से नुकसान ना पहुंचाए। साथ ही गाय, कौवे, कुत्ते और चीटियों के लिए भोजन जरूर निकालें।
दान-पुण्य के काम: पितृ पक्ष में जरूरतमंदों और गरीबों को अन्न और धन का दान करें। पितृ पक्ष में अमावस्या तिथि को गरीबों को कपड़े दान करें और उन्हें भोजन खिलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से पितृ दोष से राहत मिलता है।
पितृ दोष निवारण उपाय: पितृ दोषों के अशुभ प्रभावों से मुक्ति पाने के लिए आप पितृ दोष निवारण पूजा भी करा सकते हैं। कहा जाता है कि इस पूजा से जीवन के सभी कष्टों को दूर करने में मदद मिलती है।