नई दिल्ली। हिंदू धर्म में रंग पंचमी महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना जाता है। यह त्योहार होली के बाद पांचवे दिन मनाया जाता है। इस दिन भी लोग रंग खेलते हैं, लेकिन इसका धार्मिक महत्व भी बहुत खास होता है। मान्यता है कि रंग पंचमी के दिन देवी-देवता भी होली खेलने के लिए धरती पर आते हैं और इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी ने भी होली खेली थी।
यह त्योहार खासतौर पर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन रंग खेलने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है। इस दिन देवी-देवताओं की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और कुछ खास उपाय भी किए जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इन उपायों को करने से जीवन की सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं इस दिन किए जाने वाले खास उपायों के बारे में।
इस साल कब है रंग पंचमी?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रंग पंचमी के त्योहार की शुरुआत द्वापर युग में हुई थी और यह हर साल चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। इस साल यह तिथि 18 मार्च की रात 10:09 बजे से शुरू होगी और 20 मार्च की रात 12:36 बजे तक रहेगी। हिंदू धर्म में उदया तिथि को मान्यता दी जाती है, इसलिए इस साल रंग पंचमी 19 मार्च 2025 को मनाई जाएगी।
रंग पंचमी पर करें ये खास उपाय
- रंग पंचमी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को लाल गुलाल चढ़ाएं और कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें। इससे धन से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं और घर में बरकत आती है।
- इस शुभ दिन पर भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी को लाल वस्त्र और लाल चंदन अर्पित करें। मान्यता है कि इससे वैवाहिक जीवन में प्रेम और मधुरता बनी रहती है।
- रंग पंचमी के दिन एक पीले कपड़े में सिक्का और हल्दी की गांठ बांधकर माता लक्ष्मी की पूजा करें और फिर इसे अपनी तिजोरी या पर्स में रख लें। माना जाता है कि इससे धन की वृद्धि होगी।
- इस दिन माता लक्ष्मी को सफेद खीर या सफेद मिठाई का भोग लगाना बहुत शुभ माना जाता है। इससे घर में धन-धान्य बढ़ता है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
- अगर शादी में कोई रुकावट आ रही है तो रंग पंचमी के दिन वट वृक्ष (बरगद) की 108 बार परिक्रमा करें और लाल धागा बांधें। इससे विवाह के योग जल्दी बनते हैं।
- ज्योतिष के अनुसार, इस दिन अपने पर्स में पीले रंग की कोई चीज रखें, जैसे हल्दी, पीला रूमाल या पीला धागा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करने से आर्थिक तरक्की के रास्ते खुलते हैं।