नई दिल्ली : खाने के बाद कई वजहों से आप सुस्त और फूला हुआ महसूस करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं आप इन परेशानियों को दूर कर सकते हैं. कई बार ये स्थिति कार्ब्स का अधिक सेवन करने से भी होती है. डॉक्टर्स के मुताबिक, इस कंडीशन को फूड कोमा कहा जाता है. जानें, इस समस्या के बारे में और भी कई बातें.
अगर आपको कभी-कभी खाने के बाद सुस्ती या नींद आती है तो ये सामान्य बात है. लेकिन यदि आपको हर बार खाते ही तुरंत नींद आने लगती है तो ये स्थिति फूड कोमा के कारण होती है. फूड कोमा कई वजहों से हो सकता है. लेकिन इससे पहले ये जानना जरूरी है कि फूड कोमा क्या है.
क्या है फूड कोमा
फूड कोमा को Postprandial Somnolence के नाम से भी जाना जाता है. पोस्ट प्रैन्डियल सोमनोलेंस का अर्थ है ‘खाने के बाद नींद आ जाना’. फूड कोमा होने पर आपको अचानक से बहुत थकान, नींद, ऊर्जा में कमी, एकाग्रता में कमी और सुस्ती आने लगती है.
फूड कोमा के कारण
कई चीजें हैं जो फूड कोमा को ट्रिगर कर सकती हैं. जैसे –
आपने क्या खाया: माइक्रोबायोम ब्रेकथ्रू और केलमैन वेलनेस सेंटर के फाउंडर डॉक्टोर राफेल केलमैन का कहना है कि आपने क्या खाया है फूड कोमा इस चीज से ट्रिगर होता है. जैसे रिफाइंड फूड जिनमें बहुत अधिक चीनी होती है, और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट ग्लूकोज के स्तर को बढ़ा सकते हैं और फिर जल्दी से नीचे जा सकते हैं. इससे सुस्ती आना और कम सोच पाना जैसी चीजें होने लगती हैं.
कितना खाया: आप कितनी मात्रा में खा रहे हैं? भूख से अधिक खाने से भी फूड कोमा ट्रिगर होता है. आपको बहुत ज्यादा भूख नहीं है लेकिन फिर भी आपने ओवरईटिंग की है तो इससे फूड कोमा बढ़ जाता है.
थायराइड: जब थायराइड बहुत कम होता है, तो आप ग्लूकोज के उतार-चढ़ाव के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं क्योंकि आप पहले से ही पर्याप्त ऊर्जा का उत्पादन नहीं कर रहे हैं. ऐसे में फूड कोमा खाने खाते ही ट्रिगर हो जाता है.
एलर्जी: बहुत से लोगों को उन खाद्य पदार्थों से एलर्जी होती है जिनके बारे में उन्हें पता नहीं होता. नतीजन थकान बढ़ सकती है.
पोषक तत्वों की कमी: यदि आपमें विटामिन बी 12, आयरन या फाइबर की कमी हो सकती है तो आपको फूड कोमा हो सकता है.
खबर इनपुट एजेंसी से