जोशीमठ. सिखों के प्रसिद्ध तीर्थ हेमकुंड साहिब के कपाट 22 मई को खुलने जा रहे हैं. शनिवार 21 मई को तीर्थ यात्रियों के पहला जत्थे को गोविंदघाट से पंच प्यारों की अगुवाई में रवाना किया गया. शनिवार को जत्था घांघरिया में विश्राम करेगा और उसके बाद रविवार को प्रातः काल पंच प्यारों की अगुवाई में हेमकुंड साहिब पहुंचेगा. वहां पहुंचते ही कपाट विधिवत तरीके से खोल दिए जाएंगे. इधर, कपाट खुलने के एक दिन पहले ही हेमकुंड साहिब में मौसम बदलता दिखने लगा है.
हेमकुंड गुरुद्वारा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह बिंद्रा ने बताया कि उत्तराखंड में स्थित हेमकुंड साहिब के कपाट इस साल खुलने से पहले गोविंदघाट में अरदास, सबद कीर्तन और हुकुमनामा लिया. उसके बाद हज़ारों की संख्या में तीर्थयात्री रवाना हुए. इस बार हेमकुंड साहिब में 5000 तीर्थयात्री 1 दिन में दर्शन कर पाएंगे. यात्रियों की बढ़ती संख्या और व्यवस्थाओं को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. साथ ही, यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया गया है.
इस बार उत्साह है चरम पर
इससे पहले 19 मई को उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश से यात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया था. तबसे तीर्थ यात्रियों में काफी उत्साह भी दिखाई दे रहा है. हेमकुंड यात्रा पर आने वालों का कहना है कि पिछले साल तक कोरोना महामारी के चलते धाम नहीं पहुंच पाए थे, लेकिन इस बार भारी उत्साह के साथ एक बार फिर मत्था टेकने के लिए पहुंच रहे हैं.
एक बार फिर बदल रहा है मौसम
पहाड़ों में मौसम और एक बार करवट लेता दिख रहा है. हेमकुंड साहिब की यात्रा से एक दिन पहले आज 20 मई को चोटियों पर बर्फबारी शुरू हो गई. पहाड़ में मौसम बदला तो तेज़ हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी भी हुई. हेमकुंड की साथ ही बद्रीनाथ धाम की चोटियों पर भी बर्फ गिर रही है. गौरतलब है कि मौसम विभाग ने 21 से 24 मई तक के लिए बारिश और आंधी तूफान का अलर्ट उत्तराखंड के कई पहाड़ी इलाकों के लिए जारी किया है.