नई दिल्ली। विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट बुधवार को अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 11 बजकर 55 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र शुभ योग पर ग्रीष्म काल के लिए श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ विधिवत खोल दिए गए हैं।
इससे पहले गंगोत्री धाम के कपाट भी दर्शनार्थ खोले जा चुके हैं। आज से ग्रीष्मकाल में छह माह तक मां यमुना दर्शन यमुनोत्री धाम में होंगे। अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर बुधवार को सुबह 8:38 बजे मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खुशीमठ से शनिदेव की डोली की अगुवाई में मां यमुना की डोली यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई।
इस दौरान यमुनोत्री धाम क्षेत्र में पारंपरिक वाद्य यंत्रों की गूंज एवं मां यमुना के जयकारों से गुंजायमान रहा। खरसाली से सुबह रवाना हुई मां यमुना की डोली करीब साढ़े 10 बजे यमुनोत्री धाम पहुंची, जहां विधिवत हवन, पूजा अर्चना के बाद रोहिणी नक्षत्र शुभ योग पर सुबह 11 बजकर 55 मिनट पर ग्रीष्म काल के लिए यमुनोत्री धाम में मंदिर के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले दिए गए।
अब आज से ग्रीष्मकालीन 6 माह तक देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन यमुनोत्री धाम में कर सकेंगे। इस मौके पर देश विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
गंगोत्री धाम के भी खुले कपाट
उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री धाम के कपाट भी आज अक्षय तृतीया के अवसर पर खोले जा चुके हैं। कपाट खुलने के समय देश-विदेश से भारी संख्या में भक्तजन मौजूद रहे थे। रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को खोले जाऐंगे, जबकि चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब के कपाट 4 मई और 25 मई को खोले जाएंगे।
हेलीकॉप्टर से हुई पुष्प वर्षा
गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के समय भारी संख्या में तीर्थ यात्री मौजूद रहे। उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी गंगोत्री धाम पहुंचकर पूजा-अर्चना की। कपाट खोलने के समय हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा भी की गई थी।