नई दिल्ली: डॉ. मनमोहन सिंह, प्रधानमंत्री बनने के बाद भी सादगी पसंद व्यक्ति थे। वे काफी हद तक खुद को एक मिडिल क्लास व्यक्ति के तौर पर मानते हुए आगे बढ़ते रहे। पूर्व आईपीएस रहे असीम अरुण, जो अब यूपी सरकार में मंत्री हैं, डॉ. मनमोहन सिंह के तीन वर्ष तक बॉडी गार्ड रहे थे। असीम ने लिखा है, “मैं 2004 से लगभग तीन साल तक डॉ. मनमोहन सिंह का बॉडी गार्ड रहा था।”, तब वे स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप ‘एसपीजी’ में थे। असीम के मुताबिक, डॉ. मनमोहन सिंह को काले रंग वाली चमचमाती बीएमडब्ल्यू कार पसंद नहीं थी। वे कहते थे, असीम, मेरी गड्डी तो ‘मारुति 800’ है। जब भी उनका कारकेड मारुति के सामने से निकलता तो वे हमेशा मन भर उसे देखते थे।
मैं 2004 से लगभग तीन साल उनका बॉडी गार्ड रहा। एसपीजी में पीएम की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा होता है – क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला था। एआईजी सीपीटी वो व्यक्ति है जो पीएम से कभी भी दूर नहीं रह सकता। यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा… pic.twitter.com/468MO2Flxe
— Asim Arun (@asim_arun) December 26, 2024
एसपीजी में पीएम की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा ‘क्लोज प्रोटेक्शन टीम’ होता है। असीम को इसका नेतृत्व करने का अवसर मिला था। एआईजी सीपीटी वो व्यक्ति होता है, जो पीएम से कभी भी दूर नहीं रह सकता। यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा होगा। असीम ने अपनी पोस्ट में लिखा, ऐसे में उनके साथ उनकी परछाई की तरह साथ रहने की जिम्मेदारी मेरी थी। डॉ साहब की अपनी एक ही कार थी-‘मारुति 800’। उन्हें उस कार से बहुत लगाव था। पीएम हाउस में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी।