नई दिल्ली l टी-20 वर्ल्डकप में मिली निराशा के बाद जब क्रिकेट फैन्स साउथ अफ्रीका के होने वाले दौरे का इंतजार कर रहे थे, उस वक्त उम्मीद थी कि इस बार इतिहास रचा जाएगा. क्योंकि भारतीय टीम काफी मजबूत है और साउथ अफ्रीका की टीम काफी कमजोर और युवा. लेकिन अब जब साउथ अफ्रीका दौरा खत्म हो गया है, तब मालूम पड़ता है कि जो दौरा ऐतिहासिक होने वाला था वो कई खतरे की घंटियां बजा गया है.
भारतीय टीम ने टेस्ट सीरीज़ को 1-2 से गंवा दिया, वनडे सीरीज़ में तो पूरी तरह सूपड़ा ही साफ हो गया. इसकी उम्मीद किसी को नहीं थी, शायद साउथ अफ्रीका को भी नहीं थी. लेकिन ऐसा क्या हुआ कि टीम इंडिया को इतनी बुरी हार का सामना करना पड़ा. याद रहे कि टीम इंडिया का जब साउथ अफ्रीका दौरा हुआ, तब चारों ओर विवाद ही विवाद थे. टी-20 वर्ल्डकप के बाद विराट कोहली कप्तानी छोड़ चुके थे, उसके बाद जब टेस्ट टीम का ऐलान हुआ तब सेलेक्टर्स ने विराट कोहली को वनडे की कप्तानी से हटा दिया था.
बाद में विराट कोहली और बीसीसीआई के बीच जुबानी जंग शुरू हुई और इसी आपाधापी में टीम इंडिया साउथ अफ्रीका में क्रिकेट खेल रही थी. हालांकि, ये ज़रूरी नहीं कि टीम इंडिया का प्रदर्शन ऐसे विवाद की वजह से ही खराब हुआ हो लेकिन ऐसी बातों का माहौल पर असर ज़रूर पड़ता है.
साउथ अफ्रीका दौरे को दौरान हुए विवाद…
विराट कोहली की वनडे कप्तानी वापस ली गई: जब साउथ अफ्रीका दौरे के लिए टेस्ट टीम का ऐलान किया गया, उसमें रोहित शर्मा को उप-कप्तान बनाया गया. लेकिन उसी प्रेस रिलीज़ में ये भी बात थी कि विराट कोहली अब वनडे के कप्तान नहीं रहेंगे, रोहित शर्मा ही टी-20 के साथ वनडे के कप्तान बनेंगे.
विराट कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस: साउथ अफ्रीका रवाना होने से पहले बतौर टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने टी-20 और वनडे की कप्तानी को लेकर बड़ी बातें कहीं. विराट कोहली ने खासकर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के उस दावे का खंडन किया, जिसमें सौरव ने कहा था कि विराट कोहली को टी-20 कप्तानी ना छोड़ने की अपील की गई थी.
पुराना साल, नया धमाका: 31 दिसंबर को टीम इंडिया की वनडे टीम अनाउंस की गई, लेकिन चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा ने इस दौरान पूरा फोकस विराट कोहली पर रखा. साफ किया गया कि बीसीसीआई अध्यक्ष के अलावा सेलेक्टर्स ने भी विराट कोहली से कप्तानी नहीं छोड़ने को कहा था, लेकिन वो नहीं माने.
विराट कोहली ने छोड़ी टेस्ट की कप्तानी- सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया की जीत हुई तो लगा कि इतिहास रच ही जाएगा, लेकिन उसके बाद से टीम इंडिया लगातार हार ही रही है. सीरीज़ में मिली 1-2 से हार के बाद विराट कोहली ने हर किसी को हैरान कर दिया, उन्होंने टेस्ट की कप्तानी छोड़ दी. ये किसी को भी हजम नहीं हुआ, लेकिन बीसीसीआई ने विराट के फैसले का सम्मान किया.
अफ्रीका को हल्के में लेना भारी पड़ा: टीम इंडिया जब अफ्रीका पहुंची, तब वह टेस्ट की नंबर-1 टीम थी. लेकिन सीरीज़ के दौरान हुए कई विवादों और वनडे सीरीज़ में रोहित शर्मा की कमी टीम को भारी पड़ गई. इसके अलावा युवा साउथ अफ्रीकी टीम के सामने भारत का ओवर-कॉन्फिडेंस उनके लिए खतरनाक साबित हुआ. यही कारण रहा कि कई मोर्चों पर अफ्रीकी टीम वनडे हो या टेस्ट टीम में भारी दिखाई दी. वनडे सीरीज़ में अफ्रीकी कप्तान तेंबा बावुमा ने जिस शांत तरीके से अपनी टीम की अगवानी की, वह शानदार रहा.
खबर इनपुट एजेंसी से