नई दिल्ली। राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच पिछले कुछ दिनों लगातार तीखी बयानबाजी का दौर सा चल पड़ा है। लोकसभा चुनाव के दौरान कई ऐसे मामले सामने आए, जिसमें चुनाव आयोग को हस्तक्षेप करना पड़ा। हाल में कांग्रेस और बीजेपी दोनों दलों को बीच आरोपों और प्रत्यारोपों को बीच दोनों पार्टियों के नेताओं चुनाव आयोग में कई शिकायतें दर्ज कराई हैं। ऐसे में भारत निर्वाचन आयोग बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों को राष्ट्रीय अध्यक्षों को सख्त हिदायत दी है।
लोकसभा चुनाव के बीच ईसीआई ने दोनों पार्टियों के स्टार प्रचारकों को अपने प्रचार अभियान में धार्मिक और सांप्रदायिक स्वरों से परहेज करने का निर्देश दिया है। आयोग ने भाजपा से उन प्रचार भाषणों को रोकने के लिए भी कहा है जिनसे समाज में विभाजन हो सकता है।
‘देश के लज्जित करने का कांग्रेस ने किया कार्य’, एमपी सीएम मोहन यादव ने कुछ यूं घेरा’देश के लज्जित करने का कांग्रेस ने किया कार्य’, एमपी सीएम मोहन यादव ने कुछ यूं घेरा
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे गए नोटिस में ईसीआई ने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि स्टार प्रचारक ऐसे बयान न दें जो गलत धारणा देते हों जैसे कि भारत के संविधान को खत्म किया जा सकता है या बेचा जा सकता है। इसके अलावा, अग्निवीर योजना पर भी चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष को सख्त हिदायत दी है। ईसीआई ने अपने निर्देश में चुनाव निकाय ने कांग्रेस प्रचारकों या उम्मीदवारों से रक्षा बलों का राजनीतिकरण नहीं करने और रक्षा बलों की सामाजिक-आर्थिक संरचना के बारे में संभावित विभाजनकारी बयान नहीं देने को कहा है।