हैदराबाद: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने फंड हेराफेरी मामले में एपी महेश सहकारी बैंक के प्रमोटर्स को निशाना बनाते हुए हैदराबाद में 6 स्थानों पर तलाशी ली. तलाशी अभियान तीन प्रमुख व्यक्तियों पर केंद्रित था. बैंक के चेयरमैन रमेश कुमार बंग, मैनेजिंग डायरेक्टर उमेश चंद असावा और वायस चेयरमैन पुरुषोत्तमदास मंधाना. ईडी ने बड़ी मात्रा में बेहिसाब कैश जब्त किया है. सोलीपुरम वेंकट रेड्डी और मनी रूटिंग ऑपरेशन से जुड़े दो अन्य लोगों पर अतिरिक्त तलाशी अभियान चलाए गए.
यह कार्रवाई हैदराबाद सिटी पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर ईडी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किए जाने के बाद की गई है. इससे पहले, बंजारा हिल्स पुलिस ने बैंक के टॉप अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक विश्वासघात के आरोप में दो मामले दर्ज किए थे.
किसने किया था केस?
एपी महेश सहकारी बैंक शेयरहोल्डर्स एसोसिएशन के सचिव श्याम सुंदर बियाणी की शिकायत के बाद ये एफआईआर दर्ज की गई हैं. इसमें आम निकाय चुनावों के दौरान धोखाधड़ी, जमाकर्ताओं और शेयरहोल्डर्स से फंड की हेराफेरी का आरोप लगाया गया है. इन आरोपों में जाली दस्तावेज, 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का अवैध लोन वितरण और 18.30 करोड़ रुपये की हेराफेरी शामिल है. इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने जांच पर लगी रोक हटा दी थी.