नई दिल्ली: ई-कॉमर्स की दो बड़ी और दिग्गज कंपनियां अमेजन और फ्लिपकार्ट पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को शिकंजा कसा है। ईडी ने अमेजन और फ्लिपकार्ट का कारोबार करने वाले कुछ विक्रेताओं के खिलाफ देशभर में छापेमारी की। ईडी ने करीब 16 स्थानों पर छापेमारी कर तलाशी अभियान चलाया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी का यह छापेमारी दिल्ली, हैदराबाद, बेंगलुरु और मुंबई सहित कई बड़े शहरों में हो रही है। इस कार्रवाई का उद्देश्य विदेशी निवेश और एफडीआई नियमों के संभावित उल्लंघन की जांच करना बताया जा रहा है। ईडी की इस कार्रवाई के बाद ई-कॉमर्स क्षेत्र में हलचल पैदा गई है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत एक जांच का हिस्सा है। छापेमारी इन विक्रेताओं से जुड़े लगभग 15 से 16 स्थानों पर की गई। ईडी की जांच अमेजन और फ्लिपकार्ट के माध्यम से संचालित कुछ “पसंदीदा” विक्रेताओं द्वारा वित्तीय लेन-देन पर केंद्रित है।
इन विक्रेताओं पर अवैध वित्तीय गतिविधियों में शामिल होने का संदेह है। जांच में दिल्ली, गुरुग्राम, हैदराबाद और बेंगलुरु में कई जगहें शामिल हैं। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने पहले पाया था कि अमेज़न और फ़्लिपकार्ट ने स्थानीय प्रतिस्पर्धा कानूनों का उल्लंघन किया है। सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि मौजूदा कार्रवाई इन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर कुछ विक्रेताओं द्वारा किए गए वित्तीय लेनदेन से संबंधित है।
बता दें, अपनी जांच के माध्यम से, ईडी विक्रेताओं द्वारा अमेज़न और फ्लिपकार्ट जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों के संभावित दुरुपयोग की जांच कर रही है, जो अवैध वित्तीय प्रथाओं में लिप्त हो सकते हैं और सबसे अधिक संभावना है कि वे अवैध वित्तीय गतिविधियों में लिप्त हों।