कुलदीप तिवारी की रिपोर्ट
भोपाल। पहले से मंहगी बिजली का दंश झेल रहे उपभोक्ताओं को राहत देने की जगह प्रदेश की बिजली कंपनियां झटके पर झटका दे रहीं हैं। अपनी लापरवाही और अकर्मण्यता का बोझ लगातार ईमानदार उपभोक्ताओं पर डाला जा रहा है। बिजली कंपनियों के कर्मचारी बिजली चोरी और लाइन लॉस कम करने की जगह दर वृद्धि के उपायों में ही पूरी ऊर्जा लगाते रहते हैं, जिसकी वजह से आम उपभोक्ता की जेब कटती रहती है।
हाल ही में बिजली बिल में एक बार फिर फ्यूल कास्ट में चुपचाप वृद्धि कर दी गई। बिल आने पर इसका खुलासा हुआ है। यह वृद्धि चार पैसा प्रति यूनिट की गई है। इसके चलते अब यह चार्ज बढ़ कर नौ पैसे प्रति यूनिट हो गया है। इस चार्ज को तत्काल प्रभाव से बढ़ा दिया गया है। इसके चलते इस माह जो बिल आए हैं, वे इस चार्ज के साथ आए हैं। दरअसल बिजली उत्पादन में काम आने वाला कोयला, डीजल सहित अन्य सामग्री फ्यूल की श्रेणी में आती है। इनकी कीमत के आधार पर फ्यूल चार्ज का निर्धारण किया जाता है। इसके अलावा बिजली कंपनियां इस साल की दर में वृद्धि के लिए विद्युत नियामक आयोग में पहले ही दावा कर चुकी हैं, जिसकी वजह से माना जा रहा है कि प्रति यूनिट बिजली की दर अगले माह से एक बार फिर बढ़ सकती है।
बिजली के यह हैं दाम
0-50 4.05 4.09
51-100 4.95 4.99
101-300 6.30 6.34
300 से अधिक 6.50 6.54