लखनऊ : यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने नगरीय निकाय निदेशालय में बिजली महकमें के आला अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी को 24 घंटे बिजली मिले इसके लिए सभी कर्मचारी अपने क्षेत्रों में बिजली चोरी पर पूरी तरह रोक लगाएं। उन्हें नया टास्क भी दिया। कहा कि विद्युत हानियां कम करते हुए जितनी बिजली का उपभोग हो रहा है, उतनी बिजली का मूल्य भी वसूला जाए। मंत्री ने कहा कि बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। छोटे उपभोक्ताओं को परेशान कर राजस्व में इजाफा नहीं किया जा सकता है, बड़े बकायेदार उपभोक्ताओं से बकाया वसूलने का काम करें। विजिलेंस टीम चिन्हित क्षेत्रों में बिजली चोरी रोकने के काम में जुटे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली सप्लाई में कोई बाधा न आए इसके लिए स्थानांतरित किए गए सभी कार्मिक बुधवार तक नई तैनाती स्थल पर योगदान देना शुरू कर दें। सभी क्षेत्रों को निर्धारित शिड्यूल के मुताबिक बिजली दी जाए, जहां कहीं भी अतिरिक्त कटौती हो वहां ज्यादा बिजली देकर कमी को पूरा किया जाए। बरसात में उपभोक्ताओं को विद्युत कटौती का सामना न करना पड़े। फाल्ट होने पर शीघ्र ठीक किया जाए। टेढ़े पोल व झूलते तारों को ठीक करें।
मंत्री ने कहा कि जिन मजरों का विद्युतीकरण नहीं हुआ है, उनका विद्युतीकरण किया जाए। प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों तथा तराई क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए। मंत्री ने वाराणसी, गोरखपुर, अयोध्या की विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ करने तथा प्रयागराज, बलरामपुर आदि जनपदों से आने वाली शिकायतों पर ध्यान देने के निर्देश दिए। एमडी मध्यांचल को किसानों को समय से नलकूप कनेक्शन की सामग्री उपलब्ध कराने को कहा।
प्रत्येक बिजली उपकेंद्र को माडल यूनिट बनाकर कार्य किया जाए: प्रमुख सचिव
प्रमुख सचिव ऊर्जा नरेंद्र भूषण ने कहा कि विद्युत आपूर्ति के मुकाबले राजस्व प्राप्त करने के लिए आकांक्षी डिवीजन का चयन किया जाए। प्रत्येक उपकेंद्र को मॉडल यूनिट बनाकर कार्य करें। जहां कहीं भी ओवर लोडिंग हो उसका निदान करें और लोगों की समस्याएं दूर करें।
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन डा. आशीष कुमार गोयल ने कहा कि इस वर्ष गर्मी में रिकार्ड बिजली की सप्लाई की गई है, जिसके मुकाबले राजस्व नहीं आया है। राजस्व बढ़ाने पर ध्यान दिया जाए। बैठक में एमडी यूपीपीसीएल पंकज कुमार, एमडी उत्पादन निगम एवं पारेषण रणबीर प्रसाद आदि उपस्थित थे।