नई दिल्ली : भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन दूसरी पारी में 255 रन बनाकर मेहमान टीम को 399 रन का लक्ष्य दिया। भारत की तरफ से शुभमन गिल ने 104 जबकि अक्षर पटेल ने 45 रन की पारी खेली। इंग्लैंड की ओर से टॉम हार्टले ने 77 रन देकर चार जबकि रेहान अहमद ने 88 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन ने 29 रन देकर दो विकेट हासिल किए। हालांकि दूसरे टेस्ट में भी भारत के लिए चिंता का विषय विकेटों के बीच बड़ी साझेदारी रही। इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम पिछले दो टेस्ट मैच के दौरान एक बार भी 100 या उससे अधिक रन की साझेदारी नहीं बन सकी है।
भारत ने पहली पारी में 396 रन बनाए थे जिसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 253 रन पर सिमट गई थी। पांच मैच की टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों में भारतीय टीम ने रन बनाए हैं लेकिन बल्लेबाज शतकीय साझेदारी बनाने में नाकाम रहे हैं। इस तरह दूसरी बार भारतीय टीम का नाम अनचाहे रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है। पहले मैच में भारतीय टीम ने कुल 638 रन बनाए थे, जबकि दूसरे मैच में टीम ने कुल 651 रन बनाए हैं और एक भी शतकीय साझेदारी नहीं हुई। दूसरी पारी में शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर के बीच 90 रन की सबसे बड़ी साझेदारी हुई।
एक टेस्ट में बिना शतकीय साझेदारी के भारत ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाए थे। इस मैच में भारत ने कुल 724 रन बनाए थे। 1990 में लॉर्ड्स में 678 रन बनाए थे।
बिना शतकीय साझेदारी के भारत द्वारा एक टेस्ट में सर्वाधिक रन
- 724 बनाम WI मुंबई WS 2011
- 678 बनाम इंग्लैंड लॉर्ड्स 1990
- 663 बनाम पाक बेंगलुरु 2005
- 656 बनाम बैन चैटोग्राम 2010
- 651 बनाम इंग्लैंड विजाग 2024
- 638 बनाम इंग्लैंड हैदराबाद 2024