कई बार आप ऐसी जगहों पर होते हैं, जहां आपके मोबाइल में नेटवर्क नहीं आ रहे होते हैं. ऐसे में आप न ही किसी को कॉल कर सकते हैं और न ही किसी की कॉल आपके फोन पर आ सकती है. लेकिन, अगर हम आपसे कहें कि आप ऐसी स्थिति में भी कॉल कर सकते हैं और कोई अन्य व्यक्ति भी आपको कॉल कर सकता है, तो क्या आप यकीन करेंगे? आपको यकीन करना चाहिए कि ऐसा हो सकता है. लेकिन, इसकी एक शर्त है. इसके लिए आपके फोन में इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए और बिना मोबाइल नेटवर्क वाली जगह पर आपके पास फोन को वाईफाई से कनेक्ट करके इंटरनेट लेना पड़ेगा. इसके बाद आप इंटरनेट की मदद से अपने फोन से कॉल कर सकते हैं. यह कॉल वॉइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (VoIP) टेक्नोलॉजी से की जा सकती है, जिसमें इंटरनेट का इस्तेमाल होता है.
क्या है VoIP
VoIP (वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल), इंटरनेट कनेक्शन पर वॉइस और मल्टीमीडिया कंटेंट के ट्रांसमिशन को कहते हैं. VoIP से कंप्यूटर, लैपटॉप और स्मार्टफोन से वॉयस कॉल की जा सकती है. आपक इस कॉल को रिकॉर्ड भी कर सकते हैं. यह तकनीक आपको बेहतरीन क्वॉलिटी में कॉलिंग ऑफर करती है. अगर इंटरनेट कनेक्शन एकदम सही है तो कॉल ड्रॉप और कॉल इंट्रप्शन जैसी समस्या नहीं होती है.
कैसे काम करता है VoIP
अगर बिलकुल आसान शब्दों में इसे समझना है तो आपको बता दें कि आज कम कई स्मार्टफोन ऐसे आ रहे हैं, जो वाईफाई कॉलिंग को सपोर्ट करते हैं, अगर आपके पास ऐसा फोन है और आप वाईफाई कॉलिंग का इस्तेमाल करते हैं, तो आप समझ सकते हैं कि VoIP वैसी ही कुछ टकनीक है. VoIP सर्विस, यूजर की आवाज को ऑडियो सिग्नल से डिजिटल डेटा में बदलती है और फिर उस डेटा को इंटरनेट के माध्यम से भेजती है.
इसके बारे में Appitsimple इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ और को -फाउंडर अंकित दूधवेवाला ने कहा, “वॉइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (VoIP) या क्लाउड टेलीफोनी टेक्नोलॉजी इंटरनेट पर फोन कॉल करने या रिसीव करने के कई तरीकों में से एक है. इंटरनेट कनेक्शन की मदद से किसी भी कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल डिवाइस से सीधे कॉल की जा सकती है या कॉल रिसीव की जा सकती है. इन दिनों, विकसित हो रही स्मार्टफोन तकनीक ने वाई-फाई और मोबाइल डेटा दोनों के माध्यम से वीओआईपी कॉल करना आसान बना दिया है. यह वीओआईपी तकनीक की मदद से संभव है, जो इंटरनेट आधारित कॉलिंग सेवाओं (VOIP) का मूल है.”