नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने देशभर में एटीएम का संचालन कर साल 2019-20 से 2023-24 के बीच पांच वर्षों में करीब 2043 करोड़ रुपये की कमाई की। सरकार ने यह जानकारी संसद में एक सवाल के जवाब दी है। सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को एटीएम के जरिए कितनी आमदनी हुई इससे जुड़ा पांच साल का आंकड़ा सदन के सामने रखा है। लोकसभा सांसद माला रॉय ने इससे जुड़ा सवाल किया था। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, कुछ ही बैंक ऐसे हैं जिन्हें एटीएम का संचालन करने से फायदा हो रहा है। इस मामले में देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक सबसे आगे हैं। दूसरी ओर, अधिकतर बैंक एटीएम का संचालन कर नुकसान ही झेल रहे हैं।
यूपीआई का प्रचलन बढ़ने से लोगों ने एटीएम का इस्तेमाल बहुत हद तक कम कर दिया है। इसके बावजूद एसबीआई अपने विशाल नेटवर्क के कारण एटीएम का संचालन कर कमाई करने में सफल रहा है। हालांकि, इससे इतर दूसरे बैंकों के मुनाफे में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है।
सरकार ने संसद में बैंकों को एटीएम से होने वाली कमाई से जुड़ा 2019-20 से 2023-24 तक का आंकड़ा साझा किया है। इन पांच वर्षों में कुछ बैंकों ने अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि कुछ को इस मामले में घााटा हुआ है। एटीएम से सबसे अधिक कमाई करने वाले बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बाद पंजाब नेशनल बैंक का नाम है। दूसरी ओर, इंडियन ओवरसीज बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को इस मामले में घाटा हुआ है।
सरकारी बैंकों की एटीएम से कमाई का ब्योरा
आंकड़ों के अनुसार स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में एटीएम के संचालन से 656 करोड़ रुपये की कमाई की। वहीं, पंजाब नेशनल बैंक ने 2019-20 में 102.40 करोड़ रुपये कमाए। दूसरी ओर, बैंक ऑफ बड़ौदा को 2019-20 में 70.06 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। बैं को 2023-24 में इस मद में 212.08 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इसी तरह, बैंक ऑफ इंडिया को 2019-20 में 129.82 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, लेकिन 2023-24 में यह नुकसान 66.12 करोड़ रुपये का रहा।
इंडियन बैंक को 2019-20 में 41.85 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जो 2023-24 में बढ़कर 188.75 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को भी 2019-20 में 60.26 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। 2023-24 तक आते-आते यह नुकसान 195.88 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इसके अलावा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को एटीएम से 2019-20 में 3.17 करोड़ रुपये की आमदनी हुई। हालांकि 2023-24 में बैंक को इस मद में 203.87 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।