मुंबई: भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जा तीसरा मैच रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। मैच के तीसरे दिन ही रिजल्ट आने की उम्मीद है। वानखेड़े की टर्निंग पिच पर शनिवार का दिन भारत और न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों के लिए मुश्किल रहा, जहां सीरीज के अंतिम टेस्ट मैच के दूसरे दिन भारत की पहली पारी के 263 रन के जवाब में मेहमान टीम ने नौ विकेट पर 171 रन बना लिए थे। मेहमान टीम की लीड 143 रन की हो चुकी है और उसके बचे हुए एकमात्र बल्लेबाज को पिच पर आना बाकी है। कीवी टीम ने भले ही बोर्ड पर कम रन बनाए हो लेकिन भारत को 150 के आस-पास के लक्ष्य हासिल करने में पसीने छूटने वाले हैं।
वानखेड़े स्टेडियम में दूसरे दिन के खेल के दौरान पिच पर काफी टर्न दिख रहा था, ऐसे में तीसरे दिन भारतीय बल्लेबाजों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। वानखेड़े में टेस्ट मैच की चौथी पारी में सबसे बड़े टारगेट का पीछा दक्षिण अफ्रीका ने 2000 में किया था। हैंसी क्रोनिए की अगुवाई में दक्षिण अफ्रीका ने 163 रनों का सफल पीछा किया था। अफ्रीका ने सचिन तेंदुलकर की भारतीय टीम के खिलाफ मैच की अंतिम पारी में 164 रन बनाए थे। 1980 में इंग्लैंड ने भारत को खिलाफ 96 रनों का टारगेट हासिल किया था।
हालांकि भारत को 150 या उससे अधिक का टारगेट मिलने की संभावना है अगर भारत इस लक्ष्य को हासिल करता है तो ये इस मैदान पर रिकॉर्ड चेज होगा। वानखेड़े में दूसरे दिन के खेल में गेंदबाजों का बोलबाला रहा, जहां कीवी गेंदबाजों ने छह भारतीय विकेट निकाले जबकि भारतीयों ने भी नौ मेहमान बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया। भारत की कोशिश न्यूजीलैंड का आखिरी विकेट जल्द निकालने की होगी जिसके बाद भी पिच के मिजाज को देखते हुये भारत के लिए लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं दिख रहा है क्योंकि चौथी पारी में सिर्फ एक बार यह करिश्मा हुआ है जब किसी भी टीम ने यहां 163 रन का लक्ष्य हासिल किया है।