नई दिल्ली: धन्वंतरि जयंती और 9वें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) में आयोजित समारोह में लगभग 12,850 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न स्वास्थ्य परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने लाभार्थियों को आयुष्मान वया वंदना कार्ड सौंपा। अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चुनाव के समय मैंने गारंटी दी थी कि तीसरे कार्यकाल में 70 वर्ष से ऊपर के सभी बुजुर्गों को ‘आयुष्मान योजना’ के अंतर्गत लाया जाएगा।
आज धनवंतरी जयंती के दिन ये गारंटी पूरी हो रही है। अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के देश के हर बुजुर्ग को अस्पताल में मुफ्त इलाज मिलेगा। ऐसे बुजुर्गों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये योजना मील का पत्थर साबित होगी। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि दिल्ली और पश्चिम बंगाल राज्य ऐसे है, जहां की सरकार ने आयुष्मान योजना को लागू नहीं होने दिया जिस वजह से वहां के बुजुर्गों को इसका लाभ नहीं मिल पायेगा।
आज 150 से ज्यादा देशों में आयुर्वेद दिवस मनाया जा रहा है
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के लिए खुशी की बात है कि आज 150 से ज्यादा देशों में आयुर्वेद दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये आयुर्वेद को लेकर बढ़ रहे वैश्विक आकर्षण का प्रमाण है। ये प्रमाण है कि नया भारत अपने प्राचीन अनुभवों से विश्व को कितना कुछ दे सकता है।
हमारे राम एक बार फिर अपने घर आए हैं
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर देशवासियों को धनतेरस, भगवान धनवंतरि जयंती और दीपावली की शुभकामनाएं दीं। इस वर्ष की दीपावली को ऐतिहासिक बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “500 वर्षों के बाद ऐसा अवसर आया है, जब अयोध्या में रामलला की जन्मभूमि पर बने उनके मंदिर में भी हजारों दीप जलाएं जाएंगे। एक अद्भुत उत्सव होगा। ऐसी दीपावली होगी, जब हमारे राम एक बार फिर अपने घर आए हैं, और इस बार ये प्रतीक्षा 14 वर्षों के बाद नहीं, 500 वर्षों बाद पूरी हो रही है।”
केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य नीति के पांच स्तंभ तय किए हैं
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने आगे कि जिस देश के नागरिक जितने स्वस्थ होंगे, उस देश के प्रगति की गति भी तेज होगी, इस सोच के साथ अपने नागरिकों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य नीति के पांच स्तंभ तय किए हैं-
प्रिवेंटिव हेल्थकेयर यानी बीमारी होने से पहले का बचाव
- समय पर बीमारी की जांच,
- मुफ्त और सस्ता इलाज, सस्ती दवाएं,
- छोटे शहरों में अच्छा इलाज और डॉक्टरों की कमी दूर करना
- स्वास्थ्य सेवा में टेक्नॉलॉजी का विस्तार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “एक समय था, जब इलाज में लोगों के घर, जमीने, गहने सब बिक जाते थे। गंभीर बीमारी के इलाज का खर्च सुनते ही गरीब की आत्मा कांप जाती थी। पैसे की कमी की वजह से इलाज न करा पाने की बेबसी, बेचारगी गरीब को तोड़ कर रख देती थी।” उन्होने कहा कि मैं अपने गरीब भाई-बहनोंं को इस बेबसी में नहीं देख सकता था, इसलिए ही ‘आयुष्मान भारत’ योजना ने जन्म लिया है। सरकार ने तय किया, गरीब के 5 लाख रुपये तक के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी। देश में लगभग 4 करोड़ गरीबों ने आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठाया है।
अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के देश के हर बुजुर्ग को अस्पताल में मुफ्त इलाज मिलेगा
पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव के समय मैंने गारंटी दी थी कि तीसरे कार्यकाल में 70 वर्ष से ऊपर के सभी बुजुर्गों को ‘आयुष्मान योजना’ के अंतर्गत लाया जाएगा। आज धनवंतरी जयंती के दिन ये गारंटी पूरी हो रही है। अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के देश के हर बुजुर्ग को अस्पताल में मुफ्त इलाज मिलेगा। ऐसे बुजुर्गों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड दिया जाएगा। ये योजना मील का पत्थर साबित होगी। घर के बुजुर्ग के पास आयुष्मान वय वंदना कार्ड होगा, तो परिवार के खर्चे भी कम होंगे, उनकी चिंता भी कम होगी।