छतरपुर l एक ओर जहां पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर स्थितियां खराब होती जा रही हैं, एमपी के छतरपुर जिले में कुछ प्राइवेट पैथोलॉजी लैब पैसों के लालच में कोरोना वायरस का फर्जी टेस्ट कर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। छतरपुर जिला प्रशासन ने किसी भी निजी पैथोलॉजी को कोरोना वायरस के टेस्ट को मान्यता नहीं दी है, लेकिन शहर के डाकखाना चौराहे पर जिला अस्पताल के सामने मौजूद बुंदेलखंड पैथोलॉजी लैब में न सिर्फ कोरोना वायरस की टेस्टिंग हो थी, बल्कि लोगों से मोटी रकम भी ऐंठी जा रही थी।
प्रशासन की अनुमति के बगैर ही लैब में अवैध तरीके से लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा था। मामले की जानकारी लगते ही जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और तुरंत लैब को सील कर दिया। तहसीलदार संजय शर्मा ने मौके से एंटीजन किट भी जब्त किया है।
तहसीलदार संजय शर्मा ने बताया कि कोई भी निजी पैथोलॉजी लैब अवैध रूप से टेस्टिंग करते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। तहसीलदार ने बताया कि बुंदेलखंड पैथोलॉजी लैब को सील कर दिया गया है। अनुमान है कि इस पैथोलॉजी लैब में फर्जी तरीके से लोगों को कोरोना पॉजिटिव भी बताया जा रहा था। लैब के खिलाफ आगे की कार्रवाई कलेक्टर सुरेंद्र सिंह के निर्देश के अनुरूप की जाएगी।