उत्तर प्रदेशके बहराइच जिले की पुलिस टीम नियमित गश्त के दौरान उस समय हैरान रह गई, जब 20 साल उम्र के चार ‘पुलिस वालों’ ने उन्हें रोक लिया, उन्होंने ‘पुलिस पहचान पत्र’ दिखाए और संदिग्ध हालात में घूमने के एवज में उनसे पैसे मांगे. असली पुलिस गश्ती दल ‘धोखेबाज पुलिस वालों’ को गिरफ्तार कर लिया और निर्दोषों को परेशान करने के आरोप में उन्हें सलाखों के पीछे डाल दिया.
बहराइच के विश्वेश्वरगंज थाना क्षेत्र की है घटना
घटना विश्वेश्वरगंज थाना क्षेत्र की है. बहराइच के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के.जी. सिंह ने रविवार को बताया कि गिरफ्तार किए गए चारों की पहचान अजय कुमार सिंह, सतीश कुमार सिंह, पिंटू और श्रीराम मिश्रा के रूप में हुई है.
आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज
चारों आरोपियों के खिलाफ जबरन वसूली और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. सिंह ने कहा, ‘हमने उनके पास से एक देशी पिस्तौल और नकली पुलिस पहचानपत्र भी बरामद किया है.’ पुलिस अधिकारी ने आगे कहा कि एक आरोपी का रिश्तेदार पुलिस विभाग में है और उससे भी जल्द ही पूछताछ की जाएगी. सिंह ने कहा कि चारों आरोपियों ने हेलमेट नहीं पहनने पर विश्वेश्वरगंज चौराहे के पास एक बाइक पर सवार दो लोगों को रोका और फिर दो अन्य यात्रियों को रोका.
पुलिस को पहचान दिखाने से किया मना
एएसपी ने कहा, ‘इस बीच, एक पुलिस गश्ती इकाई, जो अतिक्रमण हटा रही थी, मौके पर पहुंची और उन्हें पहचानपत्र दिखाने को कहा. जवाब में, युवकों ने टीम पर आरोप लगाया और उन्हें पहचानपत्र दिखाने को कहा. इस पर गश्ती इकाई ने युवकों को दबोच लिया और उन्हें विश्वेश्वरगंज पुलिस स्टेशन ले गए.’