केंद्र सरकार कम जोत वाले किसान और गरीब परिवारों के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है. इन योजनाओं के माध्यम से केंद्र सरकार किसानों के साथ- साथ आम लोगों की जिन्दगी आर्थिक रूप से सुधारना चाहती है. वहीं, इन योजनाओं में ‘पीएम किसान सम्मान निधि’ स्कीम लोगों के बीच काफी पॉपुलर है. इस स्कीम के तहत केंद्र सरकार किसानों को हर साल 6000 रुपये देती है. खास बात यह है कि केंद्र सरकार इस राशि को 2000-2000 रुपये की किस्तों में हर चार महीने पर किसानों के खाते में ट्रांसफर करती है. इसके अलावा मोदी सरकार बुजुर्गों के लिए पीएम किसान मानधम योजना भी चला रही है. अगर चाहें तो आप भी इस प्रोसेस के तहत पीएम मानधम योजना का लाभ उठा सकते हैं.
दरअसल, पीएम मानधम योजना के तहत बुजुर्गों को जीवन यापन करने के लिए हर महीने पेंशन के रूप में 3 हजार रुपए दिए जाते हैं. इसकी खासियत है कि 18 साल से 40 साल की उम्र वाले किसान भी इस योजना के लिए अप्लाई कर सकते हैं. इसके अलावा जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम कृषि भूमि है, वे भी पीएम मानधम योजना के लाभार्थी बन सकते हैं. लेकिन इसके लिए उन्हें सिर्फ हर महीने अपनी उम्र के हिसाब से इस योजना में पैसे जमा करने होंगे. अगर अभी आपकी उम्र 18 साल है तो आपको पीएम मानधम के लिए हर महीने 55 रुपये जमा करने होंगे. वहीं, 30 साल के होते ही यह राशि बढ़कर 110 रुपए हो जाएगी. इसी तरह 40 साल की उम्र में आपको हर महीने 200 रुपये जमा करने होंगे.
ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
पीएम मानधम योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को सबसे पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. इसके लिए सबसे पहले किसानों को कॉमन सर्विस सेंटर पर जाना पड़ेगा. वहां पर आपको अपनी और अपने परिवार की वार्षिक आमदनी बतानी होगी. साथ ही अपनी जमीन से जुड़े सारे डॉक्यूमेंट्स भी जमा करने होंगे. इसके अलावा बैंक अकाउंट से जुड़ी सारी जानकारियां भी देनी होगी. फिर, कॉमन सर्विस सेंटर से मिले आवेदन पत्र को अपने आधार कार्ड से लिंक करवाना होगा. इसके बाद आपको पेंशन अकाउंट नंबर मिल जाएगा, जिसमें आपको हर महीने नियम अनुसार राशि जमा करनी होगी.
आर्थिक समस्या नहीं होगी
इस योजना की खासियत है कि किसान 60 साल की उम्र के बाद ही इसका लाभ उठा पाएंगे. यह राशि आपको तब मिलेगी जब आप बुजुर्ग हो जाएंगे. ऐसे में 60 साल की उम्र के बाद एक साल में सरकार से आप 36000 रुपये पेंशन के रूप में पाएंगे. इस तरह बुढ़ापे में आपको कोई भी आर्थिक समस्या नहीं होगी.