नई दिल्ली: अपने बड़बोलेपन की वजह से कई बार विवादों में फंस चुके जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने इस बार नया बखेड़ा कर दिया है. उन्होंने प्रदेश को आंतकियों से बचाने के लिए तैनात सुरक्षाबलों पर आरोप लगाया है कि वे आतंकियों से मिले हुए हैं. NC नेता ने आरोप लगाया है कि भारतीय सेना के जवानों और आतंकवादियों के बीच गहरी मिलीभगत है. अब्दुल्ला ने सवाल उठाया कि एलओसी पर जवानों की भारी तैनाती है. इसके बावजूद आतंकवादी घुसपैठ करने में कैसे सक्षम हैं.
‘ये सब हमारी बर्बादी के लिए मिले हुए हैं’
नया विवाद पैदा करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘आज की तारीख में हमारी सरहदों पर बड़े पैमाने पर सेना की तैनाती है, जो शायद दुनिया में सबसे बड़ी डिप्लॉयमेंट है. फिर भी आतंकी हमारे देश में घुसते हैं और मारकाट मचाकर चले जाते हैं.’ भारतीय सेना पर आरोप लगाते हुए एनसी नेता ने कहा, ‘ये सब (सेना और आतंकी) मिले हुए हैं. वे हमारी बर्बादी चाहते हैं, इसलिए यह खेल खेल रहे हैं.’
अनंतनाग एनकाउंटर के बाद फारूक का शर्मनाक बयान
फारूक अब्दुल्ला का यह बयान अनंतनाग में शनिवार दोपहर हुई मुठभेड़ के बाद सामने आया है. इस मुठभेड़ में सेना के 2 जवान वीरगति को प्राप्त हुए, जबकि एक नागरिक की भी मौत हो गई. सेना के अधिकारियों के मुताबिक एक खुफिया सूचना पर सेना, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस ने अनंतनाग के अहलान इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया था. इस इलाके में 2 आतंकियों के छिपे होने की खबर थी.
सेना के 2 जवान वीरगति को प्राप्त, 2 हुए घायल
सेना के मुताबिक तलाशी के दौरान घिर जाने पर आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके साथ ही मुठभेड़ शुरू हो गई. इस एनकाउंटर में सेना को नुकसान उठाना पड़ा और उसके 2 जवानों की मौत हो गई. इस हमले मे सेना के 2 जवान घायल भी हो गए. पाकिस्तान के आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के मुखौटे संगठन कश्मीर टाइगर्स ने इस हमले की जिम्मेदारी ली. एक पोस्ट में कश्मीर टाइगर्स ने कहा, ‘कश्मीर की आजादी तक यह जंग जारी रहेगी.’
असेंबली चुनाव में अकेले उतरेगी NC
राज्य में चुनाव कब होंगे, इस मुद्दे पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आज का माहौल 1996 से भी बेहतर है. अगर उस दौर में भी चुनाव हो सकते थे तो इस बार क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में चुनाव कराने से पहले जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करना होगा. क्या इन चुनावों में एनसी गठबंधन करके उतरेगी, इस सवाल पर फारूक अब्दुल्ला ने इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेगी. कांग्रेस और पीडीपी को तय करना है कि वे क्या फैसला करते हैं लेकिन उनकी पार्टी कोई गठबंधन करने नहीं जा रही है.