दुनिया का सबसे निरीह प्राणी हो जाता है
घर से भागी हुई लड़की का पिता
हर तरफ उसे महसूस होता रहता है
जैसे राह चलते हर किसी की आँखे उसे ही तक रहीं
और हर कोई बस उसके बारे में ही बात कर रहा.
वो एकदम से हारा हुआ महसूस करने लगता है
उसे विरक्ति हो जाती है भोजन के स्वाद से
और पानी भी गले से निचे बड़ी मुश्किल से उतरता है
उसका जी करता है कहीं भागकर छुप जाये पूरी दुनिया से
या कोई ला दे कहीं से थोड़ा सा विष
जिसे गले से निचे उतार वह सुकून पा जाये
या उसे लगता कोई दे दे उसके हाथों में कोई ऐसी बंदूक
जिससे खत्म कर दे वह पूरी दुनिया
और अंतिम गोली चला ले अपने माथे पर
उसे लगता जैसे आग लगा दे पूरी दुनिया में और कूद जाय खुद भी उसी आग में
बिन आग के भी उसका शरीर जलता रहता है सूरज से भी तेज घूमते किसी गोले में
उसे लगता मिल जाय कोई ऐसा कंधा जिसपर सर रख
वैसे ही रो ले दहाड़ मार जैसे
उस समय घर में रोते हैं जब कोई परलोक चला जाता.
एक हारा हुआ पिता
जब ऐसी मनः स्थिति से गुजरने लगता है
तब जब कोई उसे सलाह देता है ऑनर किलिंग की.
तब न चाहकर भी वो हामी भर देता है.
सीमा मधुरिमा