देहरादून : उत्तराखंड में भलेही सदियों में बारिश रूठी रही मगर गर्मियों में बादल पूरी तरह से मेहरबान हो रहे हैं। राज्य में अप्रैल में झमाझम बारिश का जो दौर शुरू हुआ था मई की पहली तारीख को भी बना हुआ है और अगले दो दिन मौसम का यही मिजाज रहने वाला है।
अमूमन मई की शुरूआत से मैदानी इलाकों में लू के थपेड़े पड़ने शुरू हो जाते थे लेकिन इस बार मौसम ने ऐसी करवट ली है कि मई में भी सर्दी का एहसास होने लगा है। देहरादन समेत राज्य के अधिकांश हिस्सों में बीते दो दिन से जमकर बारिश हो रही है। वहीं उंचाई वाले इलाकों में कहीं बर्फबारी तो कहीं जमकर ओले पड़े हैं। बिन मौसम हो रही बारिश ने समय से पहले बरसात का एहसास करा दिया है। जहां एक ओर पहाड़ों के तापमान में भारी गिरावाट दर्ज की गई है वहीं मैदानी क्षेत्रों में भी पारा गिर गया है।
देहरादून में हो रही बारिश ने तो पिछले 26 सालों के सारे रिकार्ड तोड़ दिये हैं। राजधानी में 26 सालों में अप्रैल में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई। अप्रैल में दून में 87 एमएम बारिश हुई, जो कि साल 1997 के बाद सर्वाधिक है। वहीं, राज्यभर में अप्रैल में औसत बारिश 64 एमएम दर्ज की गई, जो कि सामान्य से 62 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान ज्यादातर दिन तापमान भी सामान्य से कम दर्ज किया गया। इस बार ऊधम सिंह नगर में सर्वाधिक और हरिद्वार जिले में सबसे कम बारिश हुई है।
बदले मौसम का ये मिजाज अभी आगे दो दिन और बना रहेगा। मौसम विज्ञान विभाग की माने तो राज्य में तीन मई तक हल्की से मध्यम बारिश रहेगी और तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी।