मथुराः जिले में पीसीएस महिला अधिकारी को रिश्वत लेते हुए विजिलेंस की टीम ने गिरफ्तार किया है. हाईवे थाना क्षेत्र इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में लखनऊ की विजिलेंस टीम ने मंगलवार को जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) को 70 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है.
पिछले कई दिनों से शिकायत की जा रही थी कि डीपीआरओ पीसीएस किरण चौधरी काम के बदले पैसे मांग रही हैं. शिकायतकर्ता ने लखनऊ की विजिलेंस टीम से संपर्क किया था. इसके बाद मंगलवार को मथुरा डीपीआरओ के निजी आवास पर विजिलेंस की टीम पहुंची और रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है. विजिलेंस टीम किरण चौधरी को टीम अपने साथ लखनऊ ले गई.
जानकारी के मुताबिक, शिकायत मिलने के बाद मंगलवार को लखनऊ विजिलेंस की टीम मथुरा हाईवे थाना क्षेत्र इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में पहुंची. टीम ने डीपीआरओ किरण चौधरी के निजी आवास के पास जाल बिछा दिया. इस दौरान जैसे ही डीपीआरओ ने शिकायतकर्ता से रिश्वत ली तुरंत विजिलिंस की टीम ने दबोच लिया. इस दौरान टीम मे शामिल चार अधिकारियों ने किरण चौधरी के आवास की तलाशी ली तो लाखों रुपये नगदी भी मिली.
फ़िलहाल मौके पर जिले में कोई भी अधिकारी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं. बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता ने लखनऊ में जाकर मथुरा में तैनात डीपीआरओ किरण चौधरी के रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायतकर्ता के प्राथना पत्र पर लखनऊ विजिलेंस टीम ने आवास पर आकर कार्रवाई की है. डीपीआरओ के आवास से महत्वपूर्ण फाइल भी बरामद की है. एंटी करप्शन की टीम डीपीआरओ को अपने साथ लखनऊ ले गई है.
बता दें कि पिछले तीन वर्षों से पीसीएस अधिकारी जिला पंचायत राज अधिकारी के पद पर तैनात हैं. सिविल लाइन क्षेत्र राजीव भवन में किरण चौधरी का कार्यालय है. लेकिन डीपीआरओ अपना ज्यादातर ऑफिस का काम अपने निजी आवास पर करती थी. यहीं लोगों के संपर्क में रहती थी. फिलहाल जनपद में कोई भी अधिकारी इस पूरे प्रकरण को लेकर कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
डीजी विजिलेंस राजीव कृष्ण ने बताया कि डीपीआरओ को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है. डीपीआरओ काम करने की एवरेज में 70 हजार रुपये की रिश्वत मांग रही थीं. शिकायतकर्ता ने लखनऊ विजिलेंस टीम से संपर्क किया. इसके बाद मंगलवार को टीम में एसपी महिला समेत पांच अधिकारी डीपीआरओ के घर पर छापा मारा और रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है.