देहरादून। जननायक राहुल गांधी के नेतृत्व में हुई ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा की पहली वर्षगांठ है। 145 दिवसीय यात्रा कन्याकुमारी से शुरू हुई, 4081 किलोमीटर, 12 राज्यों और 2 को कवर करते हुए कश्मीर में समाप्त हुई। इस यात्रा को पूरे देश में जबरदस्त प्यार मिला।
भारत को एकजुट करने के लिए किसान से लेकर युवा, महिलाएं, बुजुर्ग से लेकर बच्चे तक राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए। राहुल ने विभिन्न वर्गों के लोगों से बातचीत की, उनके मुद्दों को समझा और उनकी आकांक्षाओं को आवाज दी।
एक वर्ष पूर्व 7 सितंबर आज के दिन राहुल गांधी जी ने देश को जोड़ने और लोगो से जुड़ने के लिए कन्याकुमारी से ऐतिहासिक पदयात्रा प्रारंभ की। जिसका मकसद बन गया भाजपा द्वारा फैलाई गई नफरत को मोहब्बत से खत्म करना।
आज इसी ऐतिहासिक जनांदोलन को यह दिन समर्पित करते हुए “भारत जोड़ो यात्रा” की… pic.twitter.com/qJ1mC35n8a
— Uttarakhand Congress (@INCUttarakhand) September 7, 2023
आज भी राहुल जी लगातार लोगों के बीच जा रहे हैं, उनके मुद्दों को उठा रहे हैं। यात्रा जारी है……। आइए, हम देश की एकता और शांति के लिए काम जारी रखें, मोहब्बत की दुकानें खोलें, लोगों की आवाज को उठायें और भारत जोड़ो मुहिम को बुलंद करें।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में आयोजित (कन्या कुमारी से कश्मीर तक) ‘‘भारत जोडों यात्रा’’ की प्रथम वर्षगांठ के शुभ अवसर पर आज उत्तराखण्ड कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव एवं प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में कांग्रेस मुख्यालय देहरादून से कचहरी स्थित शहीद स्थल तक भारत जोडों पदयात्रा/भारत जोडों सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस यात्रा में भारी संख्या में कांग्रेसजनों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने इस मौके पर कहा की ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ एक तीर्थ यात्रा थी और तीर्थ यात्रा कभी समाप्त नहीं होती। तीर्थ यात्रा, हर यात्रा का प्रारंभ होती है। हम आपको वचन देते हैं कि श्भारत जोड़ो यात्राश् के आदर्श, प्रेरणा और उद्देश्य निरंतरता में जारी रहेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष करन महारा ने कहा की जब ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ चल रही थी, तो इसे असफल करने के कई षड्यंत्र हुए लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली एक उन्होनें कहा कि जुड़ा हुआ भारत किसे परेशान कर सकता है? वे कौन सी ताकतें हैं जो अब ‘भारत’ को ‘इंडिया’ से भिड़वा रही हैं? आज यह सवाल बेहद जरूरी है, क्योंकि यह देश के वर्तमान और भविष्य के साथ जुड़ा हुआ है।
यह यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है : Yashpal Arya
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा की आज ऐतिहासिक ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ की पहली वर्षगांठ पर मैं लाखों निडर भारतीयों का धन्यवाद करता हूं। यह यात्रा मीलों और किलोमीटरों में नहीं नापी जा सकती है। यह यात्रा सैकड़ों भाषाएं, लाखों आहें, करोड़ों उम्मीदें के रास्ते से होते हुई भारत के दिल में समा गई। यह यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है।
यात्रा अभी चल रही है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा की भारत जोड़ो यात्रा के एकता और मोहब्बत की ओर करोड़ों कदम, देश के बेहतर कल की बुनियाद बने हैं। यात्रा जारी है-नफरत मिटने तक, भारत जुड़ने तक।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा भारतीय राजनीति में एक बेहद परिवर्तनकारी घटना थी। यह यात्रा बढ़ती आर्थिक असमानताओं, बढ़ते सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक तानाशाही जैसे विषयों पर केंद्रित थी।
राहुल गांधी ने यात्रा के दौरान अपने मन की बात नहीं की बल्कि इस अवसर का इस्तेमाल जनता की चिंता को सुनने के लिए किया। यह यात्रा अलग-अलग रूपों में आज भी जारी है। यह देश भर में छात्रों, ट्रक ड्राइवर्स, किसानों और कृषि श्रमिकों, मैकेनिकों, सब्जी व्यापारियों, डैडम् के साथ राहुल गांधी की मुलाकातों एवं मणिपुर में उनकी उपस्थिति के साथ-साथ लद्दाख की उनकी सप्ताह भर की विस्तारित यात्रा से स्पष्ट है।
कार्यक्रम के संयोजक महानगर अध्यक्ष डॉ0 जसविन्दर सिंह गोगी थे कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत द्वारा किया गया। भारत जोडों पदयात्रा का समापन कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर शहीदों का स्मरण कर पुष्पांजली अर्पित की गयी।
यात्रा में मुख्य रूप से उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापडी, विधायक आदेश चौहान, मनोज तिवारी, राजेन्द्र भण्डारी, मदन बिष्ट, विक्रम सिंह नेगी, गोपाल सिंह राणा, विरेन्द्र जाती, रवि बहादुर, सुमित हृदयेश, काजी निजामुददीन, जिलाध्यक्ष देहरादून डॉ0 जसविन्दर सिंह गोगी, पछुवादून अध्यक्षा लक्ष्मी अग्रवाल, परवादून अध्यक्ष मोहित उनियाल, शहजाद अंसारी, फारूख सरत शर्मा, आर्यन राठौर, श्याम सिंह चौहान, नजमा खान, अनुराग मित्तल, मोहन काला, देवेन्द्र सिंह, रेनु नेगी, निर्मला थापा, शिवानी मिश्रा, पूनम कण्डारी आदि शामिल हुए।