देहरादून। उत्तराखण्ड कलारीयट्टु एसोसिएशन द्वारा “कलारी” का पहला प्रशिक्षण 5 अप्रैल को सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल देहरादून में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण का आयोजन इंडियन कलारीपयट्टु फेडरेशन के सहयोग से फेडरेशन के भारतीय कोच डॉ0 सुमेश पी बी के नेतृत्व में किया गया। इस प्रशिक्षण में भारतीय फेडरेशन की ओर से कलारीपयट्टु के 09 खिलाडियों (आशा सुमेश, अनामिका पी एस, हर्षिता यादव, बिसमय बिनु,सूर्याश विश्वकर्मा, अतुल कृष्णा एम, वैष्णवी कृष्णा, एवम अर्चना नाम्बियार) का दल देहरादून भेजा गया था जिन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी उपस्थित युवक एवम युवतियों को इस खेल की जानकारी दी इस प्रशिक्षण में प्रदेश भर से 65 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया जिसमें से 15 युवतियों ने भी इस प्रशिक्षण में प्रतिभाग कर रुचि दिखाई।
ऊत्तराखण्ड कलारिपयट्टु एसोसिएशन कब अध्यक्ष संतोष बडोनी ने कहा कि पूरे भारत वर्ष में इस खेल को 16 राज्य खेल रहे हैं अब हमारा ऊत्तराखण्ड राज्य इस खेल में प्रतिभाग करने वाला 17 वां राज्य होगा।
भारतीय कोच डॉ0 सुमेश पी बी ने बताया कि कलारी(कलारिपयट्टु)विश्व की सबसे प्रचीन आर्ट है व कंगफू सहित सभी प्रचलित मार्शल आर्ट की भी जननी है इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस समय इस खेल को खेलो इंडिया ,एस जी एफ आई नेशनल गेम्स , एवम राज्य ओलम्पिक खेलों में शामिल किया गया है।
ऊत्तराखण्ड कलारीपयट्टु एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष बडोनी ने कहा कि बहुत जल्द कलारी का देहरादून ऊत्तराखण्ड में एक कैम्प का आयोजन किया जाएगा जिससे कि आगामी ऊत्तराखण्ड में होने वाले नेशनल गेम्स में कलारी खेल में भी ऊत्तराखण्ड की टीम प्रतिभाग कर सके।
आज के कैम्प में कलारिपयट्टु 09 स्पर्धाओं में से चुवादुकल, मैपुरु, कल्पोस व हाई किक, इशू स्पर्धाओं में प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया।
इस अवसर पर ऊत्तराखण्ड कलारी पयट्टू के अध्यक्ष संतोष बडोनी, बलूनी ग्रुप ऑफ एजुकेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर एवम वरिष्ठ उपाध्यक्ष विपिन बलूनी, सचिव एस के शार्की, कोसाध्यक्ष के बी गुरुंग, मीडिया प्रभारी सुनील बडोनी, सदस्य महिपाल सिंह, कविलास नेगी आदि उपस्थित रहे।