पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी विजिलेंस ब्यूरो के रडार पर हैं. उन्हें जल्द ही जांच में शामिल होने के लिए बुलाया जा सकता है. दरअसल, उन पर सरकारी खर्च पर बेटे की शादी और अपने सीएम कार्यकाल के तीन महीने में महंगे होटलों से 60 लाख रुपये के खाना सीएम हाउस में मंगवाने का आरोप हैं. विदेश से लौटने के बाद चन्नी ने सारे आरोपों का जवाब भी दिया है.
आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, जब तक चन्नी मुख्यमंत्री रहे तब तक हर रोज 70 लोगों का खाना ताज होटल से आ रहा था. पूर्व सीएम चन्नी के लिए ताज होटल से 3900 रुपए प्लेट और 2500 रुपए का जूस मंगवाया गया था. लगातार 3 महीने से 70 लोगों के खाने का बिल सरकारी खर्चे पर आया है. आरटीआई में कहा गया है कि 70 लोग 3 महीने तक लगातार खाना ऑर्डर करते थे.
इसके अलावा चुनाव प्रचार के बाद वन नाइट पार्टी के लिए चन्नी ने 8 लाख रुपये सरकारी खजाने से खर्च किए हैं. इसके अलावा चन्नी के खिलाफ बठिंडा निवासी राजविंदर सिंह ने विजिलेंस विभाग को एक अन्य शिकायत भी दर्ज कराई है. शिकायत में आरोप लगाया, है कि 19 नवंबर 2021 को चमकौर साहिब में ‘दास्तान-ए-शहादत’ कार्यक्रम हुआ.
सरकारी खर्च पर बेटे की शादी करने का आरोप
पंजाब सरकार के नियम के मुताबिक, किसी भी टेंडर के लिए 21 दिन का समय देना होता है, लेकिन इस कार्यक्रम के लिए ऐसा नहीं किया गया. इस कार्यक्रम के लिए चन्नी सरकार ने चार टेंडर निकाले. 17 नवंबर 2021 को टेंडर जारी किए और उसी दिन टेंडर मंजूर कर दिए गए. अगर 21 दिन से कम समय में ऐसा किया जाता है तो सरकार को कारण बताना होता है, जो चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार ने नहीं किया. इसमें एक और बड़ी बात ये है कि चारों टेंडर में एक ही बोली लगाई गई. आरोप है कि कार्यक्रम में सरकारी फंड से ज्यादा पैसा रिलीज किया गया और इस अतिरिक्त पैसे का इस्तेमाल सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के बेटे की शादी के कार्यक्रम में किया गया.
चन्नी ने आरोपों को बताया निराधार
वहीं, अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने निराधार बताया है. आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए चन्नी ने कहा कि जिस दिन मैं विदेश से आया, राज्य सतर्कता ब्यूरो ने मुझे गिरफ्तार करने के लिए आधार तैयार करना शुरू कर दिया. मुख्यमंत्री आवास से किए गए भोजन के ऑर्डर पर सरकार द्वारा तीन महीने के 60 लाख रुपये के बिल का भुगतान किए जाने पर चन्नी ने कहा कि मैंने कभी शराब नहीं पी, मैं शाकाहारी हूं और सात्विक खाना खाता हूं.’
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवास पर किसी ने भोजन किया है, तो वे पंजाब के लोग हैं, क्योंकि सैकड़ों की संख्या में लोग उनसे मिलने आते थे और खाना भी उन्हीं लोगों के लिए आता था. चन्नी ने कहा, ‘यह कुछ और नहीं, बल्कि मुझे बदनाम करने की एक साजिश है और बेबुनियाद आरोप लगाये गए हैं. उन्होंने कहा कि उनके बेटे की शादी नवंबर में दास्तान-ए-शहादत कार्यक्रम से एक महीने पहले अक्टूबर 2021 में हुई थी. उन्होंने कहा, ‘मेरे बेटे की शादी के वक्त सरकारी कार्यक्रम की कोई चर्चा तक नहीं थी.
AAP विधायक ने कही ये बात
उधर, आम आदमी पार्टी के विधायक डॉ कश्मीर सिंह सोहल ने कहा कि पूर्व की सरकारों के दौरान जो घपले हुए हैं, उनकी पूरी जांच करवाई जा रही है तभी ये सामने आया है कि कैसे सीएम की कुर्सी पर रहते हुए चरणजीत सिंह चन्नी ने सरकारी पैसे का दुरुपयोग अपने शाही खाने के लिए किया और सरकारी पैसे का इस्तेमाल बेटे की शादी में भी गैरकानूनी तरीके से किया और इन सभी मामलों की जांच करवाई जाएगी और किसी को बख्शा नहीं जाएगा. विधायक कश्मीर सिंह ने कहा कि ये मामला कोई राजनीतिक द्वेष का नहीं है बल्कि भ्रष्टाचार का है और इसी वजह से पूर्व की चुन्नी सरकार के दौरान जिन मंत्रियों ने अपने पदों पर रहते हुए भ्रष्टाचार किया उनके खिलाफ कार्यवाही करके उन्हें जेल भेजा जा रहा है.
BJP ने भगवंत मान पर साधा निशाना
वहीं, इस पूरे मामले पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के पंजाब के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सरीन ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार पूर्व के सीएम चन्नी के खाने और उनके द्वारा सरकारी पैसे के दुरुपयोग करने के मामलों को उजागर करके अपनी कार्यशैली को छिपाने का प्रयास कर रही है और सीएम के पद पर रहते हुए चरणजीत सिंह चन्नी ने जो कुछ किया था वही सब कुछ अब भगवंत मान भी कर रहे हैं और सरकारी पैसे का दुरुपयोग आम आदमी पार्टी कि सरकार के दौरान भी हो रहा है और कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में भ्रष्टाचार के मामले में कोई फर्क नहीं रहा है.