नई दिल्ली l स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन प्रतीप चौधरी को दिल्ली स्थित उनके घर से रविवार को गिरफ्तार किया गया है। ये कार्रवाई जैसलमेर पुलिस ने एक लोन घोटाले के मामले में की है।
मामला एक प्रॉपर्टी से जुड़ा हुआ है, जो गोदावन ग्रुप के पास थी। इस 200 करोड़ की प्रॉपर्टी को 24 करोड़ रुपए में बेचा गया था। पुलिस का कहना है कि गोदावन ग्रुप ने साल 2008 में एसबीआई से 24 करोड़ रुपए का लोन ये कहकर लिया था कि वह यहां होटल बनाएगा। इस दौरान ग्रुप के बाकी के होटल पूरी तरह चलाए जा रहे थे।
लेकिन जब ग्रुप लोन का भुगतान करने में सक्षम नहीं रहा तो एनपीए का सहारा लिया गया। तब बैंक ने दोनों होटलों को सीज करने की ओर कदम बढ़ाया। इस दौरान चौधरी एसबीआई के चेयरमैन थे। अल्कमिस्ट आर्क कंपनी ने होटलों को 2016 में लिया था। 2017 में जब इसका मूल्यांकन हुआ तो पता लगा कि प्रॉपर्टी का मार्केट प्राइज 160 करोड़ रुपए था और आज इसकी कीमत 200 करोड़ रुपए है।
बता दें कि एसबीआई के 23वें चेयरमैन के रूप में प्रतीप चौधरी का कार्यकाल सितंबर 2013 में खत्म हो चुका है और रिपोर्ट्स का कहना है कि एसबीआई से रिटायरमेंट के बाद चौधरी ने अल्कमिस्ट आर्क कंपनी में बतौर डायरेक्टर ज्वाइन किया।
जब ये मामला सामने आया, तब जैसलमेर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने चौधरी और सात अन्य लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया। जैसलमेर की जिला अदालत ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन प्रतीप चौधरी को 15 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा है।
बता दें कि इससे पहले मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जैसलमेर कोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी को खारिज कर दिया था। ऐसे में अब ये कहा जा रहा है कि प्रतीप चौधरी को दिवाली के मौके पर जेल की सलाखों के पीछे ही रहना होगा।
खबर इनपुट एजेंसी से