नई दिल्ली: गूगल (Google) दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है जिसकी मदद से लोगों के काम काफी आसान हो जाते हैं. लेकिन अब गूगल 1 सितंबर से अपनी पॉलिसी में बड़ा बदलाव करने जा रहा है. इस पॉलिसी में बदलाव का असर गूगल प्ले स्टोर पर देखने को मिलेगा. बता दें कि देश में लोग स्पैम से काफी परेशान रहते हैं. इसी को देखते हुए गूगल ने कई कदम उठाए हैं. इस बदलाव से यूजर्स को बेहतर एक्सपीरियंस मिलेगा. बता दें कि गूगल ने 1 सितंबर से गूगल अपने प्ले स्टोर (Google Play Store) से हजारों की संख्या में लो क्वॉलिटी वाले ऐप्स को हटाने का फैसला लिया है.
हट जाएंगे कई मोबाइल ऐप्स
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गूगल ने यह फैसला क्वालिटी कंट्रोल को ध्यान में रखते हुए लिया है. यह सिक्योरिटी और प्राइवेसी से भी जुड़ा हुआ है. माना जा रहा है कि लो बिल्ड क्वालिटी और खराब डिजाइन वाले ऐप्स मालवेयर का सोर्स हो सकते हैं. यह यूजर्स की पर्सनल जानकारी को चुराने का भी काम करते हैं. इसीलिए गूगल ने अब ऐसे ऐप्स को हटाने का फैसला लिया है.
इन पर पड़ेगा असर
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फिलहाल गूगल प्ले स्टोर पर हजारों की संख्या में ऐसे ऐप्स हैं जिनका डिजाइन और क्वालिटी काफी खराब है. लेकिन यह प्रीमियम सर्विस यूजर्स को ऑफर करते हैं. लेकिन इसके बदले यह ऐप्स यूजर्स से उसके कॉन्टैक्ट, फोटो, और जीमेल का एक्सेस ले लेते हैं जिससे हैंकिग के केस बढ़ सकते हैं. ऐसे में अगर स्मार्टफोन में भी कोई लो क्वालिटी ऐप है तो 1 सितंबर से इसको हटाया जा सकता है. वहीं गूगल के इस फैसले से दुनियाभर के एंड्रॉयड यूजर्स पर असर देखने को मिल सकता है. गूगल के अनुसार मेलवेयर वाले और थर्ड पार्टी ऐप्स को हटाया जा रहा है.
क्या है इसकी वजह
आपको बताते चलें कि गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद कई ऐप से फ्रॉड की खबरें सामने आ रही हैं. वहीं एक मामला है कि क्रिप्टो ऐप डाउनलोड करने पर यूजर के साथ फ्रॉड हो गया. इसी मामले के बाद से ही गूगल ने सख्ती दिखाते हुए यह फैसला लिया है. हालांकि पहले भी गूगल ने ऐप्स को लेकर फैसले लिए थे. लेकिन अब पॉलिसी में बदलाव से इसका असर बड़े पैमाने पर देखने को मिल सकता है.