गोरखपुर: गोरखपुर के रामगढ़ताल इलाके के लालजी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल संचालक शिवबचन प्रजापति से 50 लाख रुपये की जालसाजी का मामला सामने आया है। संचालक की तहरीर पर रामगढ़ताल थाने में सोमवार को तमिलनाडु कुष्णागिरी कुललुकुरिक्कल निवासी के मुनिसामी, आरोपी के सीए बी प्रवीण और गाजियाबाद के इंद्रापुरम शिप्रा श्रृष्टि अपार्टमेंट निवासी रामकुमार पर केस दर्ज कर लिया गया। हॉस्पिटल के नाम से फाइनेंस कराने के नाम पर यह जालसाजी हुई। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
रामगढ़ताल के कादम्बिनी हाइट्स निवासी संचालक शिवबचन ने तहरीर दी है कि दिल्ली मयूर विहार में उनका फ्लैट है। वहां व्यापार के सिलसिले में हमेशा जाते रहते हैं। वहां उनकी मुलाकात रामकुमार से हुई। बातचीत करते-करते विश्वास बढ़ गया। हास्पिटल के नाम से फाइनेंस कराने के लिए रामकुमार से बात हुई।
हास्पिटल फाइनेंस लीगलाइज कराने के नाम पर रामकुमार ने उनकी मुलाकात तमिलनाडु निवासी के मुनिसामी से कराई और बोला कि यह काम करा देंगे, इसके लिए 50 लाख रुपये देने होंगे। मैंने मुनि सामी की बात पर विश्वास करके 10 जनवरी 2022 को 45 लाख रुपये का चेक उसके खाते में लगाया। इसके बाद 31 जनवरी 2022 को सीए बी प्रवीन के खाते में बाकी की रकम भेज दी।
आरोप है कि रुपये लेने के बाद फाइनेंस एग्रीमेंट लीगलाइज करवाने में हीलाहवाली करने लगे। मैंने कहा कि काम नहीं हो पा रहा है तो रुपये वापस कर दीजिए। तब आरोपी बोले कि काम भी नहीं हो पाएगा, रुपये भी वापस नहीं करेंगे, जो करना है कर लो। इस तरह आरोपियों ने रुपये हड़प कर बात करना भी छोड़ दिया। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। जांच व साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।