नई दिल्ली l साल 1987 में आए रामानंद सागर के मशहूर धारावाहिक रामायण में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल ने गुरुवार को बीजेपी का दामन थाम लिया है. देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव अभियान के बीच टीवी के राम को पार्टी में शामिल करने को काफी अहम माना जा रहा हैं, क्योंकि बंगाल में ‘जय श्रीराम’ के नारे के सहारे पार्टी ममता बनर्जी की दुर्गा को भेदना चाहती हैं. रामायाण सीरियल के राम ही नहीं बल्कि सीता, रावण और महाभारत धारावाहिक में अहम किरदार निभाने वाले कृष्ण, द्रौपदी और युधिष्ठिर जैसे अहम चेहरे बीजेपी की कश्ती में सवार हैं.
अरुण गोविल
रामायण सीरियल में ‘राम’ का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल ने गुरुवार का बीजेपी में शामिल हो गए हैं. उन्हें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी की सदस्यता दिलाई. 90 के दशक में जब यह सीरियल दूरदर्शन पर आया करता था तो अरुण गोविल की लोकप्रियता काफी बढ़ गई थी. हालांकि अब उन्हें किरदार अदा किए हुए तीन दशक हो रहे हैं. ऐसे में वो सियासी तौर पर कितने फायदेमंद साबित होंगे यह तो वक्त ही बताएगा.
राम से पहले ‘रावण’ की बीजेपी एंट्री
रामायण सीरियल में अरुण गोविल के साथ रावण की भूमिका निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी काफी पहले बीजेपी से सियासी पारी का आगाज कर चके हैं. साल 1991 में वह बीजेपी के टिकट पर गुजरात के साबरकांठा से लोकसभा चुनाव लड़े थे. उन्होंने जनता दल गुजरात के मगनभाई मणिभाई पटेल को करीब 36 हजार वोटों से हराया था. इसके बाद साल 2002 में भी चुनाव जीते थे. 2002 में वह सेंसर बोर्ड के एक्टिंग चेयरमैन भी बने थे.
बीजेपी से सांसद चुनी गई थीं सीता
रामायण धारावाहिक में मां सीता का किरदार निभाने वालीं दीपिका चिखलिया ने भी बीजेपी से अपनी सियासी पारी शुरू की थी. 1991 में बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. वह गुजरात की वडोदरा सीट से लड़ी थीं. उन्होंने कांग्रेस के रंजीत सिंह प्रताप सिंह गायकवाड़ को मात दी थी.
‘हनुमान’ दारा सिंह भी हुए थे शामिल
रामायण में हनुमान का किरदार निभाने वाले दारा सिंह ने सीधे तौर पर बीजेपी का दामन नहीं थामा था, लेकिन साल 2003 में बीजेपी ने मनोनीत सदस्य के तौर पर उनेह राज्यसभा भेजा था. 2012 में उनका निधन हो गया है. बीजेपी ने कला और संस्कृति में उनके योगदान को देखते हुए उच्च सदन भेजा था.
महाभारत के कृष्ण भी बीजेपी से लड़ चुके चुनाव
महाभारत सीरियल में भगवान कृष्ण की भूमिका निभाने वाले नीतीश भारद्वाज काफी पहले बीजेपी का दामन थामा था. वो 1996 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर झारखंड के जमशेदपुर से चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी. इसके बाद उन्होंने 1999 में मध्य प्रदेश की राजगढ़ सीट से किस्मत आजमाई, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह से हार गए थे. इसके बाद उनका सियासत से मोहभंग हो गया.