नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी बार-बार सरकार से सवाल कर रहे हैं कि वह उद्योगपति गौतम अडानी के ग्रुप में ‘बेनामी कंपनियों’ से आए 20,000 करोड़ रुपये का हिसाब दे. अब इसका हिसाब खुद अडानी ग्रुप ने दे दिया है. गौतम अडानी समूह का कहना है कि 2019 के बाद से ग्रुप की कंपनियां लगातार अपनी हिस्सेदारी बेच रही हैं. इससे 2.87 अरब डॉलर (करीब 23,500 करोड़ रुपये) की राशि हासिल हुई है. इसमें से 2.55 अरब डॉलर (करीब 20,900 करोड़ रुपये) की राशि को वापस कारोबार के विस्तार में लगाया गया है.
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप पहले से काफी दबाव में है. इस बीच गौतम अडानी के बहाने कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर हमलावर रहे हैं. उन्होंने संसद में अपने एक भाषण के दौरान पीएम मोदी और गौतम अडानी के संबंधों को लेकर भी सवाल खड़े किए थे, वहीं सरकार पर गौतम अडानी को बचाने के आरोप भी लगाए हैं. हालांकि अब समूह ने उससे बार-बार पूछे जाने वाले 20,000 करोड़ रुपये के सोर्स का खुलासा कर दिया है.
20,000 करोड़ का हिसाब
अडानी ग्रुप का कहना है कि अबू धाबी की स्ट्रैटजिक इंवेस्टमेंट कंपनी इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (आईएचसी) ने अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड और अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में 2.59 अरब डॉलर (करीब 21,000 करोड़ रुपये) का निवेश किया है. ग्रुप के प्रमोटर्स ग्रुप में शामिल प्रमोटर्स ने अडानी टोटल गैस लिमिटेड और अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में हिस्सेदारी बेचकर 2.78 अरब डॉलर (लगभग 22,700 करोड़ रुपये) जुटाए हैं.
ग्रुप की ओर से जारी एक बयान में साफ किया गया है कि हिस्सेदारी बेचकर हासिल हुई इस राशि को नए कारोबार के विकास में लगाया गया. साथ ही अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड, अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड और अडानी पावर लिमिटेड जैसी कंपनियों की ग्रोथ को आगे बढ़ाने के लिए प्रमोटर्स ग्रुप ने दोबारा इन्वेस्ट किए.
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट का खंडन
अडानी समूह ने अपने बयान में ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ की उस रिपोर्ट का भी खंडन किया है जो राहुल गांधी के बयानों का आधार है. इसी रिपोर्ट में सवाल किया गया था कि अडानी की बेनामी कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये अचानक कहां से आए? समूह का कहना है कि अडानी ग्रुप को गिराने की प्रतिस्पर्धी ध्यान खींच सकती है. लेकिन, समूह शेयर मार्केट से जुड़े कानूनों का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं. वहीं प्रमोटर्स के स्वामित्व एवं फाइनेंशियल इंवेस्टमेंट को लेकर भी चीजें बिल्कुल साफ हैं.
इन कंपनियों में हिस्सेदारी बेच जुटाए पैसे
अडानी ग्रुप का कहना है कि जनवरी 2021 में प्रमोटर्स ने नवीन ऊर्जा कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी फ्रांस की दिग्गज कंपनी टोटल एनर्जी को बेचकर दो अरब डॉलर जुटाए थे. इससे पहले गैस कंपनी अडानी टोटल गैस लिमिटेड में 37.4 प्रतिशत हिस्सेदारी इसी फ्रांसीसी कंपनी को 78.3 करोड़ डॉलर में बेची थी.