आज के समय में हम कई सारे ऐप्स और सर्विसेज का इस्तेमाल करते हैं जिनमें लॉग-इन करने के लिए हमें पासवर्ड (Password) की जरूरत होती है. ये हमारे अकाउंट्स को सेफ तो रखते हैं लेकिन इन पासवर्ड्स को याद रखना काफी झंझट का काम है. हाल ही में एक खबर आई है कि अब गूगल (Google), ऐप्पल (Apple) और माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के तमाम अकाउंट्स और सेवाओं में बिना पासवर्ड के लॉग-इन कर सकेंगे. आइए इस बारे में डिटेल में जानते हैं..
बिना पासवर्ड के कर सकेंगे लॉग-इन
दुनिया की तीन प्रमुख टेक कंपनियों, गूगल (Google), ऐप्पल (Apple) और माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने साथ मिलकर यह ऐलान किया है कि वो एक ऐसा फीचर लेकर आने वाली हैं कि उनके यूजर्स बिना किसी पासवर्ड के ही अपने अकाउंट्स में लॉग-इन और तमाम सर्विसेज को एक्सेस कर पाएंगे. उनका यह अनाउन्स्मेन्ट लोगों को काइफ़ पसंद आ रहा है.
इन यूजर्स को मिलेगा इस नए बदलाव का फायदा
गूगल (Google), ऐप्पल (Apple) और माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के इस नए बदलाव को हर डिवाइस और ऑपरेटिंग सिस्टम के यूजर्स इस्तेमाल कर सकेंगे. उनका यह कहना है कि इस पासवर्डलेस ऑथेन्टिकेशन (Password less Authentication) का फायदा एंड्रॉयड, iOS, क्रोम-ओएस, क्रोम ब्राउजर, एज, सफारी और मैक-ओएस जैसे तमाम प्लेटफॉर्म्स के यूजर्स उठा सकते हैं. इस नए फीचर को आप अपने स्मार्टफोन, डेस्कटॉप, ब्राउजर डिवाइसेज, हर जगह इस्तेमाल कर सकते हैं.
कैसे काम करेगा ये फीचर
आइए समझते हैं कि आप बिना पासवर्ड के, अपने अकाउंट की सुरक्षा को बनाए रखते हुए इस फीचर को कैसे इस्तेमाल कर सकेंगे. इन टेक कंपनियों के अधिकारियों का यह कहना है कि बिना पासवर्ड के यूजर्स अपने अकाउंट्स में इतनी आसानी से लॉग-इन कर सकेंगे जितनी आसानी से वो अपना स्मार्टफोन अनलॉक करते हैं. जिस तरह आप कोई पिन, पासवर्ड या पैटर्न के जरिए अपना फोन अनलॉक करते हैं, उसी तरह अब आप अपने ऑनलाइन अकाउंट्स में भी लॉग-इन कर सकेंगे.
इस खास कोड का करना होगा इस्तेमाल
अपने गूगल (Google), ऐप्पल (Apple) और माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के अकाउंट में साइन-इन करने के लिए आपको एक खास क्रिप्टोग्राफिक टोकन (Cryptographic Token) या यूं कहें, एक FIDO (Fast ID Online) क्रेडेन्शियल का इस्तेमाल करना होगा. इस तरह, बिना पासवर्ड के आप अपने अकाउंट में लॉग-इन कर सकेंगे.
आपको बता दें कि ये फीचर आपको पासवर्ड्स को याद रखने के झंझट से मुक्त तो करेगा ही, साथ ही, हैकर्स के लिए इस तरह के लॉग-इन को तोड़ना और अकाउंट्स को हैक करना ज्यादा मुश्किल हो जाएगा यानी आप ऑनलाइन फ्रॉड से भी सुरक्षित रह सकेंगे.