नई दिल्ली। वैश्विक अर्थव्यवस्था आज चुनौतियों का सामना कर रही है और जोखिमों को बढऩे से रोकना सभी की जिम्मेदारी है। यह बयान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिया। वाशिंगटन डीसी में जी20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नर्स की बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि, भारत जी20 प्रेसीडेंसी की मेजबानी को एक अवसर के साथ-साथ एक जिम्मेदारी के रूप में देखता है।
सीतारमण ने कहा, बहुपक्षवाद में विश्वास का पुनर्निर्माण भारत की सोच के मूल में है। भारत का प्रयास उन वातार्लापों को प्रोत्साहित करना होगा जो हमारी अंतर-निर्भरता, हमारे साझा ज्ञान और एक सुरक्षित, शांतिपूर्ण और समृद्ध दुनिया के लिए हमारी सामूहिक आकांक्षा को पहचानते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, जी20 के वित्त मंत्री हमेशा सबसे कठिन वैश्विक परिस्थितियों में एक साथ आए हैं, अपने मतभेदों को दूर किया है और हमारे लोगों के लिए समृद्धि के एक सामान्य लक्ष्य की दिशा में काम किया है। वित्त मंत्री ने एफएमसीबीजी से एकजुटता की इस भावना के साथ मिलकर काम जारी रखने का आग्रह किया।