नई दिल्ली: गूगल ने ऐलान किया है कि वो दुनिया को पासवर्ड मुक्त बनाने जा रहा है। गूगल ब्लॉग पोस्ट के मुताबिक आने वाले दिनों में गूगल अकाउंट को लॉगिन करने के लिए अलग-अलग पासवर्ड की जरूरत नहीं होगी। गूगल के बीते मंगलवार को अपने ब्लॉग पोस्ट में ऐलान किया है कि वो पर्सनल गूगल अकाउंट के लिए डिफॉल्ट ऑप्शन के तौर पर पासकीज बना रहा है। उसका कहना है कि पासकीज को लेकर यूजर्स की तरफ से पॉजिटिव रेस्पांस मिल रहा है।
हैंकिंग का खतरा होगा कम
बता दें कि गूगल की तरफ से पासकीज की शुरुआत मई में की गई थी। यह मौजूदा पासवर्ड सिस्टम का एक तेज और सुरक्षित विकल्प है। इसमें यूजर्स को कई सारे पासवर्ड याद रखने की जरूरत नहीं होती है। पासकीज नॉर्मल पासवर्ड के मुकाबले काफी सुरक्षित होती है, क्योंकि इसमें आपको अपने पासवर्ड के चोरी होने का खतरा नहीं रहता है। साथ ही आपके लॉगिन क्रिडेंशियल को नहीं शेयर नहीं किया जा सकता है। इससे हैकिंग की संभावना भी खत्म हो जाती है।
क्या होती हैं पासकीज?
पासकीज आपके फेशियल रिकग्निशन, फ्रिंगरप्रिंट स्कैन या फिर पिन से चलती हैं। ऐसे में फिशिंग अटैक को रोकने में पासकीज अहम रोल अदा कर रही हैं। अगर आपकी डिवाइस खो जाती है, तो आपको लॉगिन करने के लिए बॉयोमेट्रिक इन्फॉर्मेंशन या फिर पिन की जरूरत होती है। बता दें कि आज के वक्त में कई सारे ऐप्स और उनके अकाउंट मौजूद हैं। साथ ही बैकिंग और अन्य पर्सनल अकाउंट है, जिसके अलग-अलग पासवर्ड होते हैं। इन सभी पासवर्ड को याद रखना मुश्किल होता है। ऐसे में पासकीज एक शानदार ऑप्शन साबित हो सकता है।