गूगल ने अपनी इंस्टेंट मैसेजिंग सर्विस गूगल टॉक हैंगआउट को बंद करने का ऐलान कर दिया है. एंड्रॉयड पुलिस रिपोर्ट द्वारा इस बात की जानकारी मिली है. इस सर्विस को 2005 में लॉन्च किया गया था. GTalk काफी समय से ठप हो गया था, और कुछ साल पहले 2017 में यूज़र्स को सलाह दी गई थी कि वह गूगल हैंगआउट में शिफ्ट हो जाएं. लेकिन रिपोर्ट मिली है इस मैसेजिंग ऐप को थर्ड-पार्टी ऐप के ज़रिए Pidgim और Gajim जैसी सर्विस पर एक्सेस किया जा रहा था, हालांकि अब 16 जून 2022 से इस सर्विस को पूरी तरह से बंद किया जा रहा है.
गूगल ने GoogleTalks को 2005 में लॉन्च किया था, और उस समय इसकी सीधी टक्कर स्काइप और MSN के साथ थी. कंपनी ने इसमें वॉइस और वीडियो कॉल फीचर पेश किया था. ये सर्विस कुछ दिनों तक पॉपुलर रही, लेकिन उसके बाद 2017 में लोगों को गूगल हैंगआउट पर शिफ्ट होने की सलाह दी गई.
2020 में, Google Hangouts को Google चैट के रूप में रिब्रांडेड किया गया था, और मूल Hangouts को Google चैट फॉर वर्कस्पेस के साथ बदल दिया गया था. Google टॉक के सपोर्ट पेज पर Google ने घोषणा की है कि वह Google टॉक को बंद कर रहा है, और ये अब थर्ड पार्टी ऐप्स का सपोर्ट नहीं करेगा. 16 जून के बाद, जो कोई भी इस सर्विस में साइन इन करने की कोशिश करेगा, उसे Error दिखाई देगी.
ये सर्विस भी बंद हो रही है…
इसके अलावा बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट का पॉपुलर वेब ब्राउंज़र इंटरनेट एक्सप्लोरर आज (15 जून) से बंद होने जा रहा है. इंटरनेट एक्सप्लोरर, 27 साल पहले 1995 में PC के लिए विंडोज़ 95 के साथ शुरू हुआ था. शुरुआत में इसे इस्तेमाल करने के लिए यूज़र्स को पैसे देने होते थे, फिर बाद में इसे सभी के लिए फ्री कर दिया गया था.
माइक्रोसॉफ्ट ने बताया कि इंटरनेट एक्सप्लोरर इस्तेमाल करने वाले यूज़र्स को अब सभी सुविधाएं माइक्रोसॉफ्ट एज पर मिलेंगी, और ये काफी तेज़ और ज़्यादा सिक्योर हैं. खास बात ये है कि माइक्रोसॉफ्ट Edge में यूज़र्स को इंटरनेट एक्सप्लोरर मोड मिलेगा, जिसमें यूज़र एक्सप्लोरर पर बेस्ट ऐप्स और वेबसाइट का डायरेक्ट इस्तेमाल कर सकते हैं.