नई दिल्ली: सरकारी एजेंसी ने चेतावनी दी है कि गूगल क्रोम ओएस के पुराने वर्जन में खतरनाक कमजोरियां हैं. इन कमजोरियों का फायदा उठाकर हैकर्स आपके कंप्यूटर को है कर सकते है और आपके प्राइवेट डेटा को एक्सेस कर सकते हैं. अगर आप आपने सिस्टम पर उपलब्ध डेटा को सेफ रखना चाहते हैं तो अपने क्रोम ब्राउजर को जल्द से जल्द अपडेट कर लें.
सरकारी सुरक्षा एजेंसी Cert-In ने Google Chrome OS में खतरनाक कमियों को लेकर चेतावनी जारी की है. इन कमियों का फायदा उठाकर हैकर्स आपके कंप्यूटर को कंट्रोल कर सकते हैं. सरकारी एजेंसी ने चेतावनी दी है कि गूगल क्रोम ओएस के पुराने वर्जन में खतरनाक कमजोरियां हैं. इन कमजोरियों का फायदा उठाकर हैकर्स आपके कंप्यूटर को है कर सकते है और आपके प्राइवेट डेटा को एक्सेस कर सकते हैं. अगर आप आपने सिस्टम पर उपलब्ध डेटा को सेफ रखना चाहते हैं तो अपने क्रोम ब्राउजर को जल्द से जल्द अपडेट कर लें. आइए आपको बताते हैं गूगल क्रोम ब्राउजर के कौन से वर्जन के लिए खतरा है.
कौन से वर्जन में है खतरा?
यह खतरा गूगल क्रोम ओएस OS के वर्जन 114.0.5735.350 (Platform Version: 15437.90.0) से पहले वाले वर्जन में है. अगर आपका Chrome OS पुराना है तो उसे तुरंत अपडेट करें.
क्या है खतरा?
इस खामी की वजह से हैकर्स आपके कंप्यूटर पर गलत कोड चला सकते हैं, जरूरी चीजों तक पहुंच सकते हैं, सुरक्षा को तोड़ सकते हैं या आपके कंप्यूटर को काम करने से रोक भी सकते हैं.
सावधानी से ब्राउज करें
दूसरा तरीका यह है कि आप अपने ब्राउजर का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें. आप किसी भी अनजान या संदिग्ध वेबसाइट्स पर न जाएं. अननोन सोर्स से लिंक और ईमेल्स पर क्लिक न करें. ऐसा करने से आप स्कैम का शिकार हो सकते हैं.
सुरक्षा मजबूत करें
इसके साथ ही आप सुरक्षा का खास ध्यान रखें. आप एक अच्छा एंटीवायरस इस्तेमाल करें, सभी सॉफ्टवेयर अपडेट रखें और फायरवॉल चालू रखें. इससे कोई मालवेयर आपको सिस्टम में प्रवेश नहीं कर पाएगा.
जागरूकता अभियान
CERT-In 1 से 15 फरवरी तक “साइबर स्वच्छता पखवाड़ा” मना रहा है. इसका मकसद देश को साइबर हमलों से बचाना है. CERT-In ने साइबर स्वच्छता केंद्र (CSK) लॉन्च किया है, जो लैपटॉप, डेस्कटॉप और स्मार्टफोन के लिए eScan बॉटनेट स्कैनिंग और क्लीनिंग टूलकिट प्रदान करता है. यहां से आप अपने कंप्यूटर को मुफ्त में स्कैन और साफ करा सकते हैं.