देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने उत्तराखण्ड में चल रही चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को आ रही परेशानियों पर सरकार सरकार को आढे़ हाथों लेते हुए कहा कि राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को अपने हाल पर छोड़ दिया है।
तीर्थ यात्रियों को यात्रा प्रारम्भ स्थल ऋषिकेश से लेकर श्री केदारनाथ धाम तक भारी जाम का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में इस वर्ष चारधाम तीर्थ यात्रा में सरकारी अव्यवस्था के चलते पहले ही सैकडों लोग हताहत हो चुके हैं तथा बरसात के बाद पुनः प्रारम्भ हुई तीर्थ यात्रा में लोगों को भारी अव्यवस्था एवं सड़कों पर जाम की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि ऋषिकेश, श्रीनगर, रूद्रप्रयाग, फाटा, गुप्तकाशी आदि स्थानों में भारी जाम की स्थिति बनी हुई है तथा तीर्थ यात्रियों को 18-18 घंटे जाम में फंसे रहना पड़ रहा है वहीं सरकार मूक दर्शक बनी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार चारधाम यात्रा के प्रति पहले दिन से ही कतई गम्भीर नहीं दिखाई देती है।
चारधाम यात्रा के प्रति राज्य सरकार की लापरवाही एवं अव्यवस्था के चलते तीर्थ यात्रा करने आये श्रद्धालुओं को भारी असुविधा का सामना करना पड रहा है। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्गों पर बुनियादी सुविधाओं का नितांत अभाव बना हुआ है। यात्रा मार्ग में न तो मेडिकल सुविधा है, न पेयजल सुविधा और न ही रात्रि विश्राम की कोई सुविधा उपलब्ध है।
मेडिकल सुविधा के अभाव के चलते यात्रा के शुरूआती दिनों में ही 170 तीर्थ यात्री अपनी जान गंवा बैठे हैं। सरकारी आंकडे बताते हैं कि यात्रा के शुरूआत में अकेले एक माह की यात्रा के दौरान उतने श्रद्धालुओं की जान चली गई है जितनी विगत वर्षों में पूरी यात्रा के दौरान भी नहीं गई है जबकि यह संख्या सरकारी आंकडों से कई अधिक है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि चारधाम तीर्थ यात्रा मार्गों पर जाम की स्थिति से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई की जाय तथा लोगों को जाम से निजात दिलाने के साथ-साथ यात्रा मार्गों पर बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।