नई दिल्ली. जीएसटी घाटे को कम करने के लिए कई कदम उठाए जाने के बावजूद घाटा बढ़ते रहने से सरकार अलर्ट मोड में आ गई है. खबरों के अनुसार, ऐसा माना जा रहा है कि टैक्स अधिकारी घूस लेकर जीएसटी जांच को बंद कर दे रहे हैं और इससे सरकार को घाटा उठाना पड़ रहा है. इस मामले में सीबीआई जांच शुरू कर सकती है.
सूत्रों के हवाले से पता चला है कि व्यापारी और उद्योगपति टैक्स बचाने के लिए कई फर्जी कंपनियां बनाते हैं और दिखावे के लिए किसी को भी निदेशक बना दे रहे हैं. इसके बदले इन लोगों को कमीशन या सैलरी दी जाती है. सूत्रों के अनुसार, ऐसे कई मामले सामने आये हैं जिनमें इन कंपनियों के खिलाफ जारी जांच को घूस लेकर बंद कर दिया गया है. सरकार अब इन ऐसे आरोपों में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की योजना बना रही है.
जीएसटी कलेक्शन कितना हुआ?
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2023 में सकल जीएसटी संग्रह 1,64,882 करोड़ रुपये रहा. इस लिहाज से इस वर्ष के पहले नौ महीने की अवधि में हर महीने औसतन 1.66 लाख करोड़ रुपये का मासिक सकल जीएसटी संग्रह रहा, जो वित्त वर्ष 23 की इसी अवधि में दर्ज किए गए 1.49 लाख करोड़ रुपये के औसत की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक है.