‘डोनेट-ए-पेंशन’ कार्यक्रम के तहत आप अपने घरेलू कामगारों, ड्राइवरों, सहायकों आदि के प्रीमियम योगदान को दान कर सकते हैं.
केंद्र सरकार ने अंसगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए एक नई पहल शुरू की है. इस स्कीम के तहत लोग अपने सहायक कर्मचारियों को पेंशन देने में मदद कर सकेंगे. केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने सहायक कर्मचारियों के लिए योजना बनाने और पेंशन फंड में योगदान करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के प्रयास में सोमवार को प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के तहत ‘डोनेट-ए-पेंशन’ प्रोग्राम की शुरुआत की. 7 मार्च से शुरू किया गया यह कार्यक्रम 13 मार्च तक मनाए जा रहे ‘आइकॉनिक वीक’ में शुरू किए जाने वाले श्रम मंत्रालय की कई पहलों का हिस्सा है.
श्रम मंत्री ने ट्विटर पर पेंशन योजना साझा की जहां नागरिक घरेलू कामगारों, ड्राइवरों, घरेलू नौकरों सहित कर्मचारियों के लिए प्रीमियम योगदान दान कर सकते हैं. माली को दान करके मेरे आवास पर ‘डोनेट-ए-पेंशन’ कार्यक्रम शुरू किया. यह (PMSYM) पेंशन योजना के तहत एक पहल है जहां नागरिक अपने सहायक कर्मचारियों जैसे घरेलू कामगारों, ड्राइवरों, सहायकों आदि के प्रीमियम योगदान को दान कर सकते हैं.
श्रम मंत्रालय कई पहलों की करेगा शुरुआत
श्रम मंत्रालय ‘आइकॉनिक वीक’ के तहत कई गतिविधियां करेगा. इन गतिविधियों में ई-श्रम 25 करोड़ पंजीकरण का जश्न मनाना, उमंग ऐप पर ई-श्रम का शुभारंभ, ‘डोनेट-ए-पेंशन’ की शुरुआत, राष्ट्रीय करियर सेवा केंद्रों द्वारा नौकरी मेला, प्लेसमेंट ड्राइव और प्लेसमेंट-उन्मुख शिविर शामिल हैं.
देश भर के 20 क्षेत्रीय कार्यालयों में मुख्य श्रम आयुक्त द्वारा पूरे प्रतिष्ठित सप्ताह में अलग-अलग श्रम कानूनों के तहत श्रमिकों और नियोक्ताओं के उनके अधिकारों और अनुपालन के बारे में जागरूकता पैदा करना और उन्हें संवेदनशील बनाना है.
आप अपने डोमेस्टिक हेल्पर को पीएम श्रम योगी मानधन योजना का फायदा देना चाहते हैं, तो वह सरकारी जन सेवा केंद्र में जाकर अपना PM-SYM खाता खुलवा सकता है. इसके लिए आवेदक के पास आधार कार्ड और बैंक पासबुक जैसे जरूरी दस्तावेज होने चाहिए. खाता खुल जाने के बाद आवेदक के लिए श्रम योगी कार्ड (Shram Yogi Card) भी जारी किया जाता है.